10 मार्च से शुरू हो रहा है मूल्यांकन

15 दिन नहीं 10 दिन ही चल सकती है मूल्यांकन प्रक्रिया

4 सेंटर पर मेरठ में होगा कॉपियों का मूल्यांकन

10 लाख से अधिक ही कॉपियां आती थी हर साल

5 लाख 84 हजार 321 कॉपियों का मेरठ में होगा मूल्यांकन इस बार

3 लाख 80 हजार हाईस्कूल की कॉपियों का होगा मूल्यांकन

2 लाख 4 हजार 321 इंटरमीडिएट की कॉपियों का होगा मूल्यांकन

Meerut। यूपी बोर्ड में रविवार से शुरु होने वाले मूल्यांकन को लेकर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है, ऐसे में बोर्ड ने विभिन्न तरह के निर्देश जारी किए हैं, कॉपियों में मूल्यांकन करने के नए नियम जारी किए गए है, इसके आधार पर ही कॉपियों में मूल्यांकन करना होगा। डीआईओएस गिरजेश कुमार ने कहा कि इसबार कॉपियां काफी कम है, इसलिए उम्मीद है कि मूल्यांकन भी जल्द ही पूरा होगा, रिजल्ट भी जल्दी ही आएगा।

शहर में 4 मूल्यांकन केंद्र

मूल्यांकन के लिए शहर में चार केंद्र बनाए गए हैं, इनमें राजकीय इंटर कॉलेज एवं राम सहाय इंटर कॉलेज में इंटर का मूल्यांकन होगा। वहीं सनातन धर्म इंटर कॉलेज सदर एवं केके इंटर कॉलेज में दसवीं का मूल्यांकन होगा। उम्मीद है कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में रिजल्ट जारी हो जाएगा।

जीआईसी

कॉपियां - 108000

परीक्षक- 299

उप प्रधान परीक्षक- 35

राम सहाय इंटर कॉलेज

कॉपियां - 96, 321

परीक्षक - 378

उप प्रधान परीक्षक- 45

सनातन धर्म इंटर कॉलेज

कॉपियां- 1, 76000

परीक्षक- 695

उप प्रधान परीक्षक- 71

केके इंटर कॉलेज

कॉपियां - 2,0,4000

परीक्षक- 675

उप प्रधान परीक्षक- 71

इन बातों का ख्याल रखें टीचर

मूल्यांकन में सभी आंसर को जब तक टीचर पूरा न पढ़ लें उन पर अंक न दें।

इसके साथ ही प्रश्नों के प्रत्येक खंड पर अलग-अलग नंबर देने होंगे।

अगर कोई एक्स्ट्रा क्वेश्चन सॉल्व कर लेता है तो ऐसे उत्तर पर कोई नम्बर न देने के निर्देश हैं।

इसके साथ ही इस उत्तर पर निरस्त लिखकर हस्ताक्षर लिखना होगा।

ताकि कोई अन्य टीचर कॉपी री चेकिंग के दौरान उस पर गलती से नम्बर न दे दे।

बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस बार कॉपियों में टीचर की ओवर राइटिंग नहीं चलेगी।

पहले कॉपियों में टीचर गलती से नम्बर दे देते हैं फिर ओवरराइटिंग कर नम्बर बदलते हैं।

अबकी बार ऐसा पाया गया तो शिक्षकों को पैसे नहीं मिलेंगे, इसके साथ ही कार्रवाई होगी।

यदि गणित, विज्ञान में परीक्षार्थियों ने बाएं पृष्ठ पर भी उत्तर लिखे हुए हैं तो उन्हें नंबर दें

इसके बारे में उप निरीक्षकों को जानकारी दी गई है।

न करें फोटोग्राफी

मूल्यांकन के दौरान मोबाइल एवं फोटोग्राफी को बैन कर दिया गया है। इसके तहत ओएमआरशीट, मूल्यांकित उत्तर पुस्तकों के किसी पृष्ठ की फोटो न खींची जाए । यदि किसी भी परीक्षक या कर्मचारी द्वारा इसका पालन न किया गया तो उसे विश्वासघात की श्रेणी में रखा जाएगा तथा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।

सीसीटीवी कैमरे हैं जरुरी

बोर्ड के अनुसार मूल्यांकन केंद्रो एवं संकलन केंद्रों पर कोठार, मूल्यांकन कक्ष, बंडलों की सिलिंग पैकिंग कक्ष एवं पत्राचार कक्ष आदि पर सीसीटीवी कैमरे काम करने चाहिए, कैमरों की रिकॉर्डिग सेव की जाएगी।

मूल्यांकन के लिए शासन ने इस बार कई नियमों का पत्र भेजा है, इन्हीं के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। अगर कोई नियम नहीं मानता है तो कार्रवाई होगी।

गिरजेश कुमार, डीआईओएस

Posted By: Inextlive