एसिड अटैक विक्टिम भी छू सकेंगे आसमान
एसिड अटैक पीडि़तों को मिलेगी पांच फीसदी की छूट
पीजी में 55 प्रतिशत अंक से व यूजी में द्वितीय श्रेणी से पास होना होगा मान्य Meerut। अब स्टेट लेवल की यूनिवर्सिटीज में एसिड अटैक से पीडि़त शिक्षकों को पांच प्रतिशत योग्यता में छूट देकर बहुत बड़ा फैसला लिया गया है। यहीं नहीं एडमिशन में भी एसिड अटैक पीडि़तों का कोटा रखने की बात कही गई है, इसके अलावा कम हाइट वालों को भी छूट देने की बात कही जा रही है, ऐसे में सीसीएसयू में भी इस जिओ का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। शहर के शिक्षाविदो ने इस फैसले को बेहद सराहनीय बताया है, वो इसका स्वागत कर रहे है। है ये समानता का फैसलाशिक्षाविदों के मुताबिक सरकार ने इस फैसले में बताया है कि वो सभी को समान मानते हैं। इस नियम से ऐसे लोगों को बेहतर फील होगा जो खुद को समाज में कही न कही कमजोर महसूस करते है। उनको सकारात्मक एनर्जी देने का सरकार के इस प्रयास की सभी सराहना कर रहे हैं।
कौन है एसिड अटैक पीडि़त द राइट ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटीज एक्ट के अनुसार ऐसा व्यक्ति जिस पर एसिड फेंके जाने के कारण उसके शरीर में विकृति उत्पन्न हो गई हो।सरकार का ये फैसला बेहद अच्छा है इसके जीओ का इंतजार है, जैसे ही जीओ आता है यूनिवर्सिटी में ये लागू किया जाएगा। बहुत अच्छा फैसला है
प्रो। एनके तनेजा, वीसी, सीसीएसयू इस फैसले पर हम बहुत ही खुश है, ये सकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है, इससे ऐसे लोगों को आगे बढ़ने की हिम्मत मिलेगी। प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू अक्सर ऐसा होता है कि किसी के साथ कोई इस तरह की दुर्घटना हो जाती है तो वो खुद को कमजोर मानने लगता है, लेकिन सरकार ने अहसास किया है कि वो कमजोर नही है मजबूत है डॉ। पूनम देवदत्त, मनोवैज्ञानिक अगर ये नियम लागू होता है तो इससे काफी लोगों को लाभ मिलेगा, कही न कही सरकार बहुत कुछ बेहतर करने का प्रयास कर रही है। डॉ। किरण प्रदीप, प्रिंसिपल, कनोहरलाल पीजी कॉलेज