RANCHI:सिटी में अवैध रूप से संचालित हॉस्टल और लॉज पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। एसएसपी अनीश गुप्ता ने इस संबंध में सभी थानेदारों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि अपने इलाके में संचालित हॉस्टल और लॉज की डिटेल निकालें। साथ ही यह भी जांच करें कि उन लोगों ने अभी तक रजिस्ट्रेशन कराया है कि नहीं और अपने यहां रहने वाले लड़के-लड़कियों का नियमित वेरिफिकेशन करा रहे हैं या नहीं। थोड़ी भी लापरवाही बरतने पर उन संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हाल के दिनों में राजधानी में बाहरी अपराधियों और नक्सलियों के लागातार आने-जाने और ठहरने के भी पुख्ता प्रमाण मिल रहे हैं।

लॉज-हॉस्टल की भरमार

रांची में 10 हजार से ज्यादा हॉस्टल और लॉज चल रहे हैं, जिनमें मात्र 95 हॉस्टल और लॉज ही ऐसे हैं, जिनका रांची नगर निगम में रजिस्ट्रेशन है। यानी राजधानी में करीब 10 हजार हॉस्टल का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है। गत वर्ष गठित एक कमिटी की रिपोर्ट को देखें, तो वित्तीय वर्ष 2017-18 और 2018-19 के दौरान रिन्यूअल के आये आवेदन में केवल 95 हॉस्टल और लॉज को लाइसेंस दिया गया है। इस मामले में नगर आयुक्त ने भी बाजार शाखा को निर्देश दिया था कि ऐसे अवैध हॉस्टलों और लॉजों को नोटिस भेजा जाए। लेकिन मामले में पूरी लापरवाही बरती जा रही है।

लाइसेंस लेने में संचालकों की रूचि नहीं

शाखा में कार्यरत सिटी मैनेजरों की मानें, तो शहर में संचालित सभी हॉस्टल और लॉज संचालकों को कई बार लाइसेंस लेने का निर्देश भी जारी किया गया है, लेकिन संचालकों के तरफ से कोई पहल नहीं की गयी।

बिल्डिंग प्लान भी देना जरूरी

आवेदन देने के साथ ही वैसे संचालकों को बिल्डिंग प्लान भी देना जरूरी है। लेकिन कई संचालकों के पास कोई बिल्डिंग प्लान ही नहीं है। इसे देखकर ही निगम की इंर्फोसमेंट टीम को निर्देश गया दिया था कि अवैध संचालित हॉस्टलों और लॉज में छापेमारी कर उसे सील किया जाए। ऐसे संचालकों पर एफआइआर दर्ज कराने की बात कही गई थी।

होनी चाहिए ये सुविधाएं

निगम अंतर्गत रजिस्टर कराये गये हॉस्टलों और लॉज में कई सुविधाओं का होना आवश्यक है। इसमें संचालकों का नाम, पता, मोबाइल नंबर, निवास करने वालों और कमरों व बेड की संख्या, कमरों में खिड़कियों, टॉयलेट की संख्या सहित बिजली, जलापूर्ति और सफाई, होल्डिंग नंबर, सुरक्षा व्यवस्था और पार्किंग की जानकारी देना जरूरी है।

रिन्यूअल किये गये हॉस्टल और लॉज

बाजार शाखा में रखे रिकॉर्ड के मुताबिक दो वित्तीय वर्ष में जिन 68 हॉस्टल संचालकों ने रिन्यूअल कराया है, उसमें करमटोली चौक स्थित गोंगी जोगिया ब्यॉज हॉस्टल, नगरा टोली स्थित गोकुल गर्ल्स हॉस्टल, लालपुर स्थित चंद्राणी गर्ल्स हॉस्टल, आर.के। गर्ल्स हॉस्टल, हिंदपीड़ी स्थित प्रीत हॉस्टल, करमटोली स्थित गीतांजलि हॉस्टल, डोरंडा स्थित लवली गर्ल्स हॉस्टल, निर्मला कॉलेज हॉस्टल, संत अन्ना ज्योति कलश छात्रावास, मय्यर गर्ल्स हॉस्टल, पथलकुदवा स्थित ललित हॉस्टल, पुरुलिया रोड स्थित कृष्णालय गर्ल्स हॉस्टल, कडरू स्थित पारूल गर्ल्स हॉस्टल, नया टोली स्थित केच हॉस्टल, काली स्थान रोड स्थित जानकी गर्ल्स हॉस्टल प्रमुख है। वही रिन्यूअल के लिए आए 27 लॉज में लालपुर स्थित चम्पी लॉज, सुप्रोभा ब्यॉज लॉज, पुरूलिया रोड स्थित प्रजापति निवास, हटिया स्थित चेरिश गेस्ट हाउस, पत्थलकुदवा स्थित मारसल गल्स लॉज, स्टेशन रोड स्थित अजीत रेसिडेंसी, कांटाटोली स्थित आलम लॉज, शबनम लॉज, पी.पी.कम्पाउंड स्थित अमृत लॉज, बड़गाई स्थित संदीप लॉज प्रमुख हैं।

वर्जन

कुछ लॉज-हॉस्टल्स ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है और साथ ही अपने ठिकाने पर दागियों को शेल्टर दे रहे हैं। रेंटर वेरिफिकेशन भी नहीं करा रहे हैं। उनके खिलाफ पुलिस ठोस कार्रवाई की जाएगी।

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची

Posted By: Inextlive