- सिटी में चल रहे अवैध ग‌र्ल्स हास्टल पर अब प्रशासन की होगी पैनी नजर

- शेल्टर होम कांड के बाद नगर निगम को हॉस्टल चेकिंग के निर्देश

GORAKHPUR: देवरिया के शेल्टर होम में हुई घटना का खुलासा होने के बाद जिम्मेदार हरकत में आ गए हैं। उन पर किसी तरह की आंच न आए, इसके लिए जिम्मेदारों ने अब फूंक-फूंक कर कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। यही वजह है कि अब जिम्मेदारों की निगाह गोरखपुर में चलने वाले ग‌र्ल्स हॉस्टल और वहां के जिम्मेदारों पर जा टिकी है। इसमें सबसे प्रियॉरिटी पर वह हॉस्टल्स हैं, जिनके बड़े-बड़े बोर्ड तो बाजारों में दिख जा रहे हैं, लेकिन उनका डाटा और रिकॉर्ड न तो प्रशासन के जिम्मेदारों के पास है और न ही नगर निगम या कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के पास। यहां तक कि किसी का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं है। ऐसे तमाम सेंटर्स पर अब प्रशासन का डंडा चलना शुरू होगा और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

करीब सवा सौ ग‌र्ल्स हॉस्टल जद में

सिटी में करीब सवा सौ ऐसे हॉस्टल चिन्हित किए जा चुके हैं, जिनका ब्यौरा जिम्मेदारों के पास नहीं है। यह ग‌र्ल्स हॉस्टल के नाम पर मोटी कमाई कर रहे हैं, लेकिन इन्होंने न तो रजिस्ट्रेशन कराया है और न ही यह निगम या कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट को किसी तरह का टैक्स ही भरते हैं। इन हॉस्टल में रहने वाली ग‌र्ल्स का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराया गया है। ऐसे तमाम हॉस्टल पर शिकंजा कसने के लिए जिला प्रशासन ने नगर निगम के पेंच कसे हैं। निगम इन सभी का डाटा बनाएगी और स्पॉट वेरिफिकेशन कर आगे की कार्रवाई करेगी।

रखनी होगी पूरी डीटेल

शेल्टर होम में घटना होने के बाद अब सभी तरह के हॉस्टल और शेल्टर होम भी जांच की जद में हैं। अब संचालकों की मनमानी पर लगाम कसने के लिए निगम की टीम जल्द ही कार्रवाई शुरू कर देगी। पहले फेज में सभी हॉस्टल्स को मौका देते हुए इन्हें रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। हॉस्टल संचालक को एक-एक लड़की की पूरी डीटेल्स पास रखनी होगी। यह डीटेल उन्हें संबंधित थाने में भी देनी है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो उनकी बिल्डिंग सीज की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

नहीं होने देंगे खिलवाड़

देवरिया शेल्टर होम में हुए सेक्स रैकेट के खुलासे के बाद जिम्मेदार सख्त रवैया अपना रहे हैं। नगर आयुक्त को इसका जिम्मा सौंपा गया है कि वे संबंधित एरिया के जेई को इस बात के लिए निर्देशित करें कि वह मोहल्ले वाइज हॉस्टल की लिस्ट बनाकर तत्काल जमा करें। ब्वॉयज और ग‌र्ल्स दोनों तरह के हास्टल की अलग-अलग लिस्ट बनाई जाए, ताकि आसानी से पहचान की जा सके। यह सभी आंकड़े नगर निगम के पास मौजूद होने चाहिए। साथ ही साथ हॉस्टल संचालक के पास भी हॉस्टलर्स के नाम, पता समेत सभी डाक्युमेंट्स पास में मौजूद होने चाहिए।

इन एरिया में चलते हैं हास्टल

बिलंदपुर, आजाद चौक, बगहा बाबा रोड, रुस्तमपुर, खोराबार, कूड़ाघाट, हुमायुंपुर, हड़हवा फाटक, मोहद्दीपुर, चारफाटक, दाउदपुर, पैडलेगंज, बेतियाहाता, आम बाजार, असुरन चौक, बशारतपुर, धर्मपुर, शाहपुर, गीता वाटिका, पादरीबाजार, राप्तीनगर

शहर में चल रहे सभी हॉस्टल की कुंडली तैयार की जा रही है। इसमें किसी भी वक्त औचक निरीक्षण किया जा सकता है और उनके कागजात चेक किए जा सकते हैं। अगर उनके पास दस्तावेज नहीं मिलती है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी हॉस्टल संचालकों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और सारी जानकारी भी मुहैया करानी होगी।

प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive