Lockdown Diaries : एक्टर पंकज त्रिपाठी लाॅकडाउन के दौरान अपने अंदर का राइटर जगा रहे हैं। दरअसल उन्होंने अपने समय को घर में बिताने के लिए लिखना शुरु कर दिया है। वो क्यों लिखना चाहते हैं इस बारे में उन्होंने अपना बयान जारी किया है।

मुंबई (आईएएनएस)। Lockdown Diaries : एक्टर पंकज त्रिपाठी अपने किरदार और अभिनय के साथ कोई न कोई एक्सपेरिमेंट करते ही रहते हैं। इस वक्त सभी सेलेब्स अपने- अपने घरों में क्वाॅरंटीन हैं और इसलिए पंकज अपने अंदर के राइटर को बाहर निकाल रहे हैं। अचानक से कोरोना वायरस के चलते काम से इतने दिनों का ब्रेक मिला तो काफी दिनों से घर पर बोर हो रहे थे इसलिए उन्होंने समय बिताने के लिए कुछ लिखना ही सही समझा।

पंकज ने जगाया अपने अंदर का राइटर

पंकज ने अपने राइटिंग स्किल्स के बारे में बात करते हुए लिखा, 'एक्टर्स के अंदर एक छिपा हुआ राइटर होता है, उन प्रोजेक्ट्स में भी वो लिखते हैं जिसमें वो अभिनय कर रहे होते हैं। एक एक्टर होने के नाते हम ऑडियंस को वही दिखाते हैं जो कोई स्क्रिप्ट राइटर अपनी लेखनी से पर्दे पर दिखाना चाहते हैं।राइंटिंग मेरे अंदर की एक छिपी हुई कला है और मैं इसलिए नहीं लिख रहा हूं कि इसे स्क्रिनप्ले के तौर पर प्रदे पर दिखाऊं।'

इस वजह से लाॅकडाउन में चाहते हैं लिखना

पंकज ने आगे कहा, 'मैंने अपने विचार लिखना इसलिए शुरु कर दिया क्योंकि अपनी लेखनी को और मजबूत करना चाहता हूं। एक्टिंग और राइटिंग मेरे लिए दोनों ही बराबर हैं। मैं लिखता हूं ताकि अपने विचारों को डायरी पर उतार सकूं। माैं खुद को सेटिस्फाई करने के लिए ऐसा करता हूं। मैं जरुरू पता लगाना चाहता हूं कि मैं जो लिख रहा हूं उसे कहां इस्तेमाल करूं।' वहीं वर्क फ्रंट की बात करें तो एक्टर के हाथ में इस वक्त लूडो और गुंजन सक्सेना की बायोपिक है।

Posted By: Vandana Sharma