--कंपनी में सेक्रेटरी के पोस्ट पर कार्य करता है आरोपी पंकज पाठक

- अडाणी ग्रुप के डोरंडा स्थित ऑफिस से हुई अरेस्टिंग

- 27 अगस्त, 2016 को अडाणी ग्रुप के वाइस प्रेसीडेंट राजीव कुमार ने लालपुर थाने में दर्ज कराया था मामला

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5500 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी की हेराफेरी की थी तैयारी

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RANCHI(15 Sep): रांची की साइबर थाना पुलिस ने अडाणी ग्रुप कंपनी में कार्यरत सचिव पंकज पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। उसे लालपुर थाने के सुपुर्द किया गया है। पंकज पाठक के विरुद्ध लालपुर थाने में ही कंपनी के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट राजीव कुमार के जीमेल, फेसबुक हैक करने की एक प्राथमिकी कांड संख्या- ख्म्ब्/क्म् के तहत भादवि की धारा ब्क्9, ब्ख्0, म्म्सी, आईटी एक्ट, फ्ब् आईपीसी के तहत दर्ज की गई थी। ख्7 अगस्त को लालपुर थाने में दर्ज हुआ था मामला। पुलिस ने मामले का उद्भेदन करने की जिम्मेवारी साइबर थाना के डीएसपी श्रद्वा केरकेट्टा को सौंपी थी। इसमें कहा गया था कि उनके कॉरपोरेट ऑफिस के जीमेल और फेसबुक अकाउंट हैक कर लिए गए हैं। उसमें अडाणी ग्रुप कंपनी से संबंधित कई दस्तावेज थे। खासकर लैंड बिक्री से संबंधित दस्तावेजों को एक फोल्डर में रखा गया था।

केस सौंपे जाने के बाद साइबर टीम ने जब मामले को खंगाला, तो पता चला कि डोरंडा स्थित अडाणी ग्रुप कंपनी के ऑफिस में ही किसी ने राजीव कुमार का अकाउंट हैक किया है। इस दौरान साइबर टीम को पता चला कि जिस युवक ने उसे हैक किया है। वह कंपनी का ही सचिव है। गुरुवार को साइबर थाने की पुलिस टीम ऑफिस पहुंची और पंकज पाठक को हिरासत में ले ली। जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे लालपुर थाने के सुपुर्द कर दिया गया।

कई दस्तावेज चुराने की कोशिश

जांच में यह पता चला है कि पंकज पाठक ने अडाणी ग्रुप कंपनी के अहम दस्तावेजों को चुराने की कोशिश की थी। बताया जाता है कि अब तक उसने भ्भ् सौ करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी की हेराफेरी की थी। इनमें से तीन सौ करोड़ के डॉक्यूमेंट दूसरी कंपनी को भेजे जा चुके हैं। साइबर थाना की टीम पंकज पाठक के बैंक अकाउंट के ट्रांजेक्शन आदि की जांच कर रही है। लालपुर पुलिस भी इस मामले में पंकज पाठक से पूछताछ कर रही है।

सचिव को कौन कर रहा था ट्रैप

रांची पुलिस के पास अब सवाल यह है कि आखिर अडाणी ग्रुप कंपनी का सचिव किसके जरिए ट्रैप हुआ था। उसे डॉक्यूमेंट उड़ाने के लिए कौन समूह कितनी राशि देनेवाला था? इस बात की तह तक पहुंचने के लिए रांची और साइबर थाना पुलिस पड़ताल कर रही है।

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झारखंड में भ्0 हजार करोड़ निवेश कर रहा अडाणी ग्रुप

अडाणी समूह ने राज्य सरकार के साथ एक बहुत बड़ी डील के तहत झारखंड में भ्0,000 करोड़ रुपए के निवेश से सिंदरी में बड़ा खाद कारखाना, वैकल्पिक प्राकृतिक गैस उत्पादन, पावर प्लांट और मिथेन उत्पादन संयन्त्र लगाने का बड़ा समझौता किया है। इसके लिए झारखंड सरकार के साथ एमओयू हुआ है। यह कंपनी भ् साल के अंदर उत्पादन शुरू कर देगी। उत्पादन शुरू होने के तीन सालों के बाद दूसरे चरण का काम प्रारंभ होगा। इस परियोजना के लिए अडाणी समूह को कुल पांच हजार एकड़ भूमि की जरूरत है। इसमें राज्य सरकार का सहयोग मिला है। बताया गया कि झारखंड में नई प्रौद्योगिकी से यूरिया और वैकल्पिक प्राकृतिक गैस का उत्पादन करने, प्रति वर्ष फ्फ् लाख टन मिथेनॉल का भी उत्पादन करने, धनबाद के सिंदरी में भ्0 हजार करोड़ रुपये के निवेश से क्फ् लाख टन प्रति वर्ष यूरिया उत्पादन का कोयला आधारित संयन्त्र लगाने समेत उर्वरक, गैस और बिजली संयन्त्र लगाने की बात कही गई है।

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विधानसभा में सरकार पर लग चुके हैं आरोप-प्रत्यारोप

अडाणी ग्रुप को संथाल परगना में सरकार द्वारा सस्ती जमीन दिलाने में प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन और जेवीएम विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने फ्000 करोड़ की लेन-देन का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव से की थी। भू-राजस्व, पर्यटन एवं कला संस्कृति विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान प्रदीप यादव ने गोड्डा के तत्कालीन डीसी पर आरोप लगाया था। हेमंत सोरेन ने कहा था कि गोड्डा में अडाणी ग्रुप को सस्ती जमीन उपलब्ध कराने में एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।

Posted By: Inextlive