RANCHI : रिम्स में इलाज के लिए आनेवाले मरीजों अच्छी खबर है। यहां किसी बीमारी के लिए तय की गई राशि से ज्यादा खर्च इलाज में हो जाता है तो उसे रिम्स प्रशासन वहन करेगा, यानी मरीजों को अपनी जेब से इस अतिरिक्त खर्च को भुगतान नहीं करना होगा। इसका फायदा आयुष्मान भारत योजना के तहत मिलेगा। रिम्स के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट सह आयुष्मान भारत के नोडल ऑफिसर डॉ संजय कुमार ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हर बीमारी के इलाज के लिए रेट तय है। ऐसे में अगर किसी बीमारी के इलाज में ज्यादा खर्च आएगा तो भी मरीज का इलाज जारी रहेगा। यह अतिरिक्त खर्च हॉस्पिटल उठाएगी।

कई मरीजों को लगना है स्टेंट

रिम्स में एडमिट कई मरीजों को स्टेंट लगाया जाना है। इस बीमारी के इलाज के लिए सरकार ने 50 हजार रुपए तय किया है। इसमें एंजियोप्लास्टी से लेकर अन्य जांच भी शामिल है। लेकिन, कंपनियां स्टेंट की सप्लाई 53 हजार में कर रही हैं। इस वजह से हार्ट के मरीज के इलाज में 53 हजार खर्च होंगे। लेकिन, इंश्योरेंस कंपनी एग्रीमेंट के हिसाब से स्टेंट के लिए 50 हजार रुपए ही देने को तैयार है। ऐसे में अतिरिक्त तीन हजार रुपए का खर्च रिम्स प्रबंधन हॉस्पिटल फंड से करेगा।

लिस्ट में शामिल हैं 1350 बीमारियां

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कुल 1350 बीमारियों को शामिल किया गया है। इसके तहत दवाएं, जांच एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई टेस्ट व इलाज फ्री में होगा। इस योजना के अंतर्गत राशन कार्ड धारी परिवार के सभी मेंबर्स का फ्री में इलाज होगा। 68 लाख परिवार में 57 लाख के पास राशन कार्ड है, जबकि 11 लाख परिवारों को भी इस योजना के तहत जोड़ने की योजना है। एक परिवार को पांच लाख रुपए तक का फ्री हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी और राज्य सरकार मरीज का खर्च उठा रही है।

Posted By: Inextlive