-काशी विद्यापीठ के गंगापुर कैंपस में स्टूडेंट्स के बैठने की क्षमता से कहीं अधिक बढ़ा दी गई सीट

-बिना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाए लिया गया निर्णय, स्टूडेंट्स को झेलनी होगी परेशानी

काशी विद्यापीठ के गंगापुर कैंपस में स्टूडेंट्स के बैठने की क्षमता से कहीं अधिक बढ़ा दी गई सीट

-बिना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाए लिया गया निर्णय, स्टूडेंट्स को झेलनी होगी परेशानी

VARANASI

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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गंगापुर कैंपस में इस साल बीकॉम और एमकॅाम में गुना बढ़ा दी गई है। जबकि यहां स्टूडेंट्स के बैठने की क्षमता मात्र फ्00 है। इस बढ़ोत्तरी के बाद गंगापुर में अब क्ब् सौ सीट्स हो गई हैं। जबकि इन्फ्रास्ट्रक्चर में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गयी है। ऐसे में स्टूडेंट्स कहां बैठकर पढ़ाई करेंगे समझ से परे है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन इस बारे में सोचना नहीं चाहता है। ऐसे में गंगापुर कैंपस में बिना संसाधन बढ़ाए सीट्स में इजाफा किये जाने से स्टूडेंट्स को ही परेशानी झेलनी होगी। हालत ऐसी होगी की उन्हें कैम्पस में पढ़ाई करनी है तो टेबल-कुर्सी साथ लानी पड़ेगी।

पढ़ने को रूम न पीने का पानी

मेन कैंपस के बीकॉम में क्ख्भ्, एमकॉम में 9भ् सीटें निर्धारित हैं। यह तब है जब मेन कैंपस में कॉमर्स फैकल्टी की अलग बिल्डिंग है। इसमें तीन दर्जन से अधिक रूम और हाल बने हुए हैं। गंगापुर कैंपस में सीट तो बढ़ा दी गयी है पर इंफ्रास्ट्रक्चर का कहीं अता पता नहीं है। यहां बीकॉम में भ्00, एमकॉम में फ्00 सीट बढ़ा दी गयी कर दी गई है। जबकी यहां पहले से बीकॉम में फ्00 और एमकॉम में फ्00 सीटें थीं। पहले ही उन्हें बैठने का इंतजाम कम है। दोनों कोर्स के साथ बीए और बीएफए की पढ़ाई के लिए महज पांच कमरे हैं। हर रूम में म्0 स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था है। इस प्रकार मैक्सिमम फ्00 स्टूडेंट्स एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं। रहीं बात इंफ्रास्ट्रक्चर की तो इस कैंपस के स्टूडेंट्स के लिए पीने योग्य पानी तक की व्यवस्था नहीं है। स्कूल की तरह ग्रेजुएशन के स्टूडेंट अपने घर से पानी की बॉटल लेकर आते हैं। हालांकि स्टूडेंट्स के रेशियो में टीचर्स का एप्वॉइंटमेंट कांट्रैक्ट पर किया गया है।

दो शिफ्ट्स में चलेंगी क्लासेज

गंगापुर कैंपस के एडमिशन प्रभारी सुमित घोष का कहना है छात्र संख्या को देखते हुए इस साल से बीकॉम और एमकॉम की क्लासेज को दो शिफ्ट्स में चलाने का प्लैन है। पहला शिफ्ट सुबह सात से क्ख् बजे तक। दूसरा शिफ्ट दोपहर क्ख् से शाम पांच बजे तक। दूसरी ओर गंगापुर कैंपस में यदि दो शिफ्ट्स में क्लासेज संचालित की जाएंगी तो भी अधिकतम म्00 स्टूडेंट्स के अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था की जा सकती है। ऐसे में इतने स्टूडेंट्स को कैसे पढ़ाया जाएगा? इस मुद्दे पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन चुप्पी साधे हुए है।

कैम्पस में इस प्रकार हैं सीट

कोर्स सीट

बीए म्00

बीकॉम 800

बीएफए ब्0

एमकॉम म्00

Posted By: Inextlive