-प्रवेश प्रक्रिया में देरी ने बिगाड़ा चुनाव का गणित

- अक्टूबर से पहले इविवि में चुनाव करवा पाना असंभव

- सत्रारंभ के 06 से 08 सप्ताह के भीतर चुनाव करवाने का है प्रावधान

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद में एक बार फिर छात्रसंघ चुनाव में देरी के हालात बन गए हैं। इविवि में चुनाव सितम्बर के बाद तक टल गया है। चुनाव कब होंगे, यह तो कहना अभी मुश्किल है। लेकिन यह तय है कि विवि में अक्टूबर से पहले छात्रसंघ चुनाव होना बहुत मुश्किल है। ऐसे में यह भी तय है कि भविष्य में निर्वाचित छात्रसंघ के पदाधिकारियों को एक बार फिर कम समय तक का ही कार्यकाल मिलेगा।

इसलिए मुश्किल है समय से चुनाव

-विवि में अभी अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, लॉ समेत अदर कोर्सेस में दाखिला चल ही रहा है।

-यूं तो वीसी प्रो। आरएल हांगलू ने सभी एडमिशन 10 अगस्त तक पूरा कर लेने को कहा है। लेकिन यह प्रॉसेस इतनी जल्दी पूरा हो पाने में थोड़ा संशय है।

-खासकर, पीजी का प्रवेश इतनी जल्दी पूरा हो पाना मुश्किल लग रहा है।

-चुनावी प्रक्रिया के लिए जरूरी है कि जितने भी छात्र प्रवेश लेकर आएं। पहले उनका आई कार्ड बनाने का काम पूरा किया जाए।

-यह काम जब तक पूरा नहीं होता, तब तक मतदाता सूची में नाम भी फाइनल नहीं होगा।

कॉलेजेस के चुनाव में भी होगी देरी

बता दें कि इविवि के छात्रसंघ चुनाव में हर साल 20 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं वोटर लिस्ट में शामिल होते हैं। लिंगदोह समिति की सिफारिशों के आधार पर इविवि छात्रसंघ विनियम में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि छात्रसंघ चुनाव सत्रारंभ के 06 से 08 सप्ताह के भीतर करा लिया जाए। विवि में सत्रारंभ 02 जुलाई से हुआ है। ऐसे में 06 से 08 सप्ताह का समय अगस्त में पूरा हो जाएगा। मालूम हो कि विवि के साथ ही चार महत्वपूर्ण कॉलेज सीएमपी डिग्री कॉलेज, एडीसी, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज और श्यामा प्रसाद मुखर्जी डिग्री कॉलेज में चुनाव करवाए जाते हैं। साफ है कि विवि के चुनाव में देरी होगी तो कॉलेज के चुनाव भी देर से ही होंगे।

विवि में अभी दो माह तक चुनाव होने की कोई संभावना नहीं है। हाल ही में एक छात्रनेता को बगैर चुनाव की घोषणा के कैम्पस में प्रचार करने के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था। अभी क्लासेस के संचालन पर पूरा फोकस है।

प्रो। आरएस दुबे, चीफ प्रॉक्टर एयू

Posted By: Inextlive