- एलयू ने यूजी आवेदन फॉर्म भरने के लिए स्टूडेंट्स से मांगा था पहचान पत्र

- पहचान पत्र के लिए एलयू ने वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड के नंबर मांगे थे

- पर ज्यादातर स्टूडेंट्स के पास तीनों ही आईडी प्रूफ नहीं थे

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी के यूजी कोर्सेस में एडमिशन के लिए हो रहे आवेदन प्रक्रिया में फॉर्म भरने से वंचित रह गए स्टूडेंट्स को एलयू ने राहत दी है। ज्ञात हो कि एलयू ने आवेदन प्रक्रिया में शामिल होने वाले कैंडीडेट्स से फॉर्म भरते समय तीन आईडी प्रूफ मांग थे। जिसमें कैंडीडेट्स को वोटर आईडी, डाइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड का नंबर अपलोड करना था। पर यूजी आवेदन करने वाले ज्यादा कैंडीडेट्स 18 साल की एज से कम हैं। ऐसे में इन स्टूडेंट्स के पास वोटर आईडी और डीएल दोनो बन पाना संभव नहीं थे। वहीं आधार कार्ड भी कई कैंडीडेट्स के पास नहीं थे। ऐसे में कैंडीडेट्स की ओर से आवेदन प्रक्रिया के दौरान आए इस प्रॉब्लम को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने कैंडीडेट्स को इनसे छूट दी है। यूजी आवेदनों में जिन कैंडीडेट्स के पास कोई आईडी नहीं वह आधार कार्ड के लिए आवेदन कर उसकी रसीद का नम्बर भी डाल कर आवेदन कर सकते हैं। यह व्यवस्था यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मंडे से लागू कर दी हैं।

पहली बार आईडी प्रूफ का कॉलम शामिल किया था

एलयू ने इस बार यूजी आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया में आईडी प्रूफ का कॉलम भी शामिल किया है। इस कॉलम को भरने के लिए यूनिवर्सिटी ने सभी कैंडीडेट्स को तीन ऑप्शन दिए थे। इसकै बिना भरे स्टूडेंट्स आवेदन फॉर्म सबमिट नहीं कर सकते थे। इस कारण से एलयू में अब तक रजिस्ट्रेशन करा चुके सैकड़ो स्टूडेंट्स के आवेदन फॉर्म पूरे नहीं भरे जा सके है। इसकी सूचना एलयू की हेल्पलाइन पर काफी संख्या में आई थी। जिसके बाद एलयू ने स्टूडेंट्स को राहत दी हैं।

फर्जी स्टूडेंट्स को रोकने के लिए शामिल किया था कॉलम

एलयू के एडमिशन को-आर्डिनेटर प्रो। अनिल मिश्रा ने बताया कि एक दशक के बाद एलयू में यूजी एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से होना था। ऐसे में हमे यह सुनिश्चित करना था कि एंट्रेंस एग्जाम में कोई फर्जी कैंडीडेट्स न शामिल हो सके। इसके लिए आवेदन करने वाले सभी कैंडीडेट्स की फोटो आईडी बेहद जरूरी थी। ताकि फर्जी कैंडीडेट्स की पहचान की जा सके। प्रो। मिश्रा ने बताया कि वोटर आईडी या अन्य आईडी बनवाने में समय लगेगा जबकि शहर में जगह-जगह आधार कार्ड के लिए आवेदन चल रहे हैं। इसमें आवेदन के तुरंत बाद रसीद मिल जाती है जिस पर एक नम्बर होता है। वहीं नम्बर आईडी नम्बर के कॉलम में कैंडीडेट्स को भरना होगा।

एंट्रेंस एग्जाम के दिन लानी होगी आईडी

प्रो। मिश्रा ने बताया कि रसीद का नम्बर भरने की व्यवस्था सिर्फ आवेदन फॉर्म भरने के लिए हैं। जिसके कैंडीडेट्स को एग्जाम में बैठने का मौका मिल सके। लेकिन एग्जाम में कैंडीडेट्स को तभी बैठने को मिलेगा जब वह आवेदन फॉर्म में दिए गए आईडी नंबर की आईडी लेकर आएगा। हालांकि अगर आधार नहीं आता है तो वह कोई और आईडी भी दिखा सकता है। एंट्रेंस एग्जाम के दिन सिर्फ कैंडीडेट्स की पहचान के लिए आईडी देखी जाएगी।

Posted By: Inextlive