RANCHI : मारवाड़ी कॉलेज में बीसीए, एमसीए, बीबीए और आईटी में एडमिशन के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। चालू सेशन में पढ़ाई के लिए वैसे स्टूडेंट्स भी चुन लिए गए, जिन्हें कम मा‌र्क्स थे। मेरिट लिस्ट में इन स्टूडेंट्स का नाम दर्ज करने के लिए उनके टेस्ट रॉल नंबर में हेरफेर कर मा‌र्क्स बढ़ा दिए गए। मारवाड़ी कॉलेज में एडमिशन घोटाले की जांच कर रही कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रिंसिपल को सौंप दी है, उसमें इन उसमें तमाम बातों का जिक्र किया गया है।

नहीं हो रही कोई कार्रवाई

कमेटी द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद भी प्रिंसिपल के स्तर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं किए जाने से क्षुब्ध झारखंड छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने रांची यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ रमेश पांडेय का घेराव किया। छात्रों का आरोप है कि एडमिशन धांधली में आरोपी शिक्षकों को प्रिंसिपल बचा रहे हैं। छात्रों ने आरोपी शिक्षकों पर एफआईआर करने और मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाने की मांग रखी। झारखंड छात्र के मोर्चा के अध्यक्ष अमरजीत सिन्हा ने वीसी डॉ रमेश पांडेय को जांच रिपोर्ट की कॉपी भी उपलब्ध कराई है।

कैसे हुई गड़बड़ी

एमसीए डिपार्टमेंट

-एमसीए सेशन 2016-2019 के लिए अंकित आनंद(कैंडिडेट)(टेस्ट रॉल नंबर 46 )ने ओबीसी कैटेगरी से एडमिशन टेस्ट दिया था, रिजल्ट में अंकित को 40 मा‌र्क्स मिले थे, लेकिन जब मेरिट लिस्ट तैयार की गई तो उसमें अंकित के मा‌र्क्स 56 दिखाए गए थे। मेरिट के आधार पर अंकित का सलेक्शन एमसीए में कर लिया गया है।

-फ‌र्स्ट लिस्ट में एसटी कैटेगरी के छात्रों के लिए दाखिले का कट ऑफ 93.37 तय हुआ था। एसटी कैटेगरी से छात्र सुभाष पाहन को 95.47 मा‌र्क्स मिले थे, लेकिन फ‌र्स्ट लिस्ट में उसका नाम नहीं आया, सेकेंड लिस्ट में उसका नाम आया जबकि वह पहली सूची में ही आ सकता था।

बीबीए डिपार्टमेंट

अतुल कुमार सिंह(कैटेगरी जेनरल टेस्ट रॉल नंबर 99)को आंसर शीट में 38 नंबर मिले हैं, लेकिन मास्टर लिस्ट में उसे 39 मा‌र्क्स दिखाकर सलेक्शन कर लिया गया।

-टेस्ट रॉल नंबर 229 के आंसर शीट में नाम प्रगति कुमारी दर्ज है जबकि मास्टर लिस्ट के आधार पर प्रगति पांडेय के नाम पर दाखिला हुआ है।

-आंसर शीट के आधार पर टेस्ट रॉल नंबर 450 का नाम अमर कुमार था जबकि मास्टर और सलेक्शन लिस्ट में अमर कुमार महतो का नाम है।

-टेस्ट रॉल नंबर 535 के अभिनाश कुमार सिंह को 33 मा‌र्क्स आया था, लेकिन मास्टर और सलेक्शन लिस्ट में नंबर को बढ़ाकर 39 कर दिया गया है। जिसके आधार पर उसका सलेक्शन कर दिया गया है।

बीसीए 2016-19

-आंसर शीट में 365 रॉल नंबर का नाम अभिषेक कुमार दर्ज था लेकिन जब मास्टर लिस्ट तैयार हुआ तो 365 टेस्ट रॉल नंबर के छात्र का नाम बदल कर सुरभि कच्छप कर दिया गया। जांच कमिटी को सुरभि कच्छप का आंसर शीट नहीं मिला।

-अनूप कुमार गुप्ता(ओबीसी) टेस्ट रॉल नंबर 599 ने 45 मा‌र्क्स लाए। अंजलि कुमारी टेस्ट रॉल नंबर 600 को 25 मा‌र्क्स आए,लेकिन वह सलेक्शन की सूची में है। मास्टर लिस्ट में अनूप कुमार गुप्ता को रॉल नंबर 600 दिखाया गया है, जबकि अंजलि कुमारी को 599 कर दिया गया है। दोनों का रॉल नंबर इंटर चेंज हो गया जिसके बाद अंजलि कुमारी का सलेक्शन कर दिया गया।

-अंजलि सिंह टेस्ट रॉल नंबर 325 को टेस्ट मा‌र्क्स 32 मिले, उसका दाखिला पांचवे लिस्ट में हुआ। लिस्ट में मा‌र्क्स बढ़ाकर 39 कर दिया गया।

यह है स्टूडेंट्स की मांगें

-जांच रिपोर्ट के आधार पर जो शिक्षक दोषी पाए गए हैं, उन्हें विवि से तत्काल बाहर किया जाय

-मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल के पास जांच रिपोर्ट पहले ही आ चुकी थी, फिर भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई

-वैसे स्टूडेंट्स जिनका सलेक्शन गलत डॉक्यूमेंट्स और गलत तरीके से हुआ है, उन्हें रद कर योग्य छात्रों का दाखिला लिया जाए

- पैसा लेकर नामांकन कराने वाले एसएन पॉल, आरके भारती, मुकेश कुमार शर्मा को रिपोर्ट के आधार पर विवि बर्खास्त करे।

-कॉलेजों में एडमिशन प्रॉसेस को पारदर्शी किया जाए

Posted By: Inextlive