-पटना खुलेआम बेची जा रही है मिलावटी मिठाई

-फूड सेफ्टी विभाग ने शहर की बड़ी मिठाई दुकानों और उसके कारखाने पर की छापेमारी

PATNA : त्योहार आते ही राजधानी में मिलावटी मिठाई का कारोबार बड़े पैमाने पर होने लगा है। दीपावली पर आप भी मिठाई खरीदने से पहले उसकी क्वालिटी की जांच जरूर कर लीजिएगा। क्योंकि मिलावटी मिठाई सेहतमंद नहीं है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के विभिन्न इलाकों में दुकानों की पड़ताल की तो पता चला कि कारोबारी मिलावटी खोए से मिठाई बनाकर बेच रहे हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि मिलावटी मिठाई से पेट में इंफेक्शन हो सकता है।

-5 लोगों पर मुकदमा दर्ज

शहर की मिठाई दुकानों पर हाल ही में हुई छापेमारी में फूड सेफ्टी विभाग द्वारा लिया गया नमूने फेल हो गए थे। फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मिलावटी मिठाई बेचने वाले 5 कारोबारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्हें मिठाई बेचने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

तय मानक से अधिक कलर मिले

एक्सपर्ट का कहना है कि पटना में दुकानदार मिठाइयों में तय मानक से ज्यादा कलर मिला रहे हैं। इसमें मेटानिल येलो, औरामिन, रोडामाइन और लेड क्रोमेट जैसा केमिकल शामिल है, जो सेहत के लिए हानिकारक है। सीनियर फिजिशियन डॉ। राना एसपी सिंह ने बताया कि मिलावटी मिठाई खाने से उल्ट-दस्त के साथ त्वचा कैंसर जैसे बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।

-सेहत के लिए हानिकारक है केमिकल

औरामिन : सामान्य तौर पर गहरे पीले कलर की मिठाई बनाने के लिए यह कलर मिलाया जाता है। इसकी सबसे खास पहचान भी यही है। औरामिन शरीर की ग्रोथ रोकने के साथ ही लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाता है।

मेटानिल येलो : इस कलर का इस्तेमाल लड्डू, जलेबी और बिरयानी बनाने में किया जाता है। यह पेट, किडनी और लीवर को डैमेज करता है। जिससे पेट में इंफेक्शन के साथ शरीर में एलर्जी हो सकती है।

रोडामाइन : मिठाइयों और कुछ खास किस्म के खाद्य पदार्थो को आकर्षक और चमकीला बनाने के लिए इस कलर का इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर में रेड ब्लड सेल्स को ब्रेक करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है।

लेड क्रोमेट : इस कलर का इस्तेमाल कर मिठाई को गहरा पीला रंग का बनाने के लिए होता है। यह हमारे शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है। फूड प्वाइजनिंग, पेट में दर्द से लेकर न्यूरोलॉजिकल बीमारी होती है।

-ऐसे पहचाने चांदी की परत

1-अंडे के अंदर पीला पदार्थ को निकालकर मिठाई पर लगे चांदी की परत पर लगाने से काला हो जाता है। यदि ऐसा नहीं है तो वह नकली है।

2- असली चांदी की परत मोमबत्ती की लौ से पिघल जाती है। नकली होने पर वह सिकुड़ जाती है।

3- नाखून से रगड़ने पर चांदी की परत गायब होने लगती है। यदि गायब नहीं हो रहा है तो समझे कि वह नकली है।

-छठ तक चलेगी कार्रवाई

फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मिलावटी मिठाई बेचने वाले कारोबारियों के खिलाफ छठ पर्व तक लगातार कार्रवाई चलती रहेगी। अब तक दानापुर, डाकबंगला, अनिसाबाद सहित कई इलाकों में मिठाई के नमूने लिए गए हैं। जिसे लैब में टेस्टिंग के लिए भेज दिया गया है। टेस्ट रिपोर्ट में मिलावट की बात सामने आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बड़ी दुकानों पर हुई छापेमारी

मंगलवार को फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों ने बेली रोड, आशियाना-दीघा रोड सहित कई जगह मिठाई की दुकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान मथुरा पेड़ा, बेसन, घी, पनीर, काजू बर्फी सहित कई सामानों के नमूने लिए गए।

-50 से अधिक सैंपल की जांच की फूड सेफ्टी विभाग ने की।

-5

सैंपल जांच में फेल हो गए।

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वर्जन

मिलावटी मिठाई बेचने वाले कारोबारियों पर फूड सेफ्टी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। मिठाई खरीदने से पहले ये जांच लें कि मिठाई असली है या मिलावटी।

-अजय कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, फूड सेफ्टी विभाग

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फोटो के साथ वर्जन

मिलावटी मिठाई बाजार में खुलेआम बिक रही है। त्योहार पर मिलावटी मिठाई का कारोबार बढ़ जाता है। मिलावटी मिठाई के खाने से कैंसर, पेट में इंफेक्शन होने खतरा रहता है। ।

- डॉ। राणा एसपी सिंह , सीनियर फिजिशियन

Posted By: Inextlive