-एमएलएन मेडिकल कॉलेज के सेमिनार में बोले त्वचा रोग विशेषज्ञ-सौंदर्य-प्रसाधनों से बचकर रहने की दी सलाह

ALLAHABAD: चेहरे पर निखार लाने के लिए बाजार में तमाम कास्मेटिक आइटम्स उपलब्ध हैं लेकिन इनका यूज सोच-समझकर करना चाहिए। क्योंकि, इनमें मिलाया गया केमिकल कोमल त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। यह बात डॉ। अबीर सारस्वत ने कही। वह रविवार को होटल कान्हा श्याम में एमएलएन मेडिकल कॉलेज एलुमिनाई वेलफेयर एसोसिएशन और डर्मेटोलॉजी क्लब की ओर से आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। डर्मेटोलोजी इन डे टू डे प्रैक्टिस विषय पर आयोजित सेमिनार में प्रो। डीबी चंद्रा ओरेशन का सम्मान डॉ। राजीव शर्मा को दिया गया।

 

सबने दिए हेल्दी टिप्स

कार्यक्रम का उदघाटन एमडीआई हॉस्पिटल के पूर्व निदेशक डॉ। आरएन मिश्रा और पूर्व एचओडी डर्मेटोलाजी विभाग डॉ। केजी सिंह ने किया। संघ के अध्यक्ष डॉ। मुकुल पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। डॉ। राजीव शर्मा ने पित्ती के विषय में विस्तार से बताया। इसके प्राथमिक उपचार पर उन्होंने अपनी बात रखी। डॉ। तरुण मित्तल ने कहा कि त्वचा की देखभाल सजगता से करनी चाहिए। त्वचा संबंधी बीमारियों के उपचार में लेजर और आधुनिक तकनीक को बेहतर बताया। डॉ। नीरज पांडेय ने झाईयों के उपचार में जानकारी दी। डॉ। अंकुल तलवार ने मुहांसों के कारण और उपचार पर चर्चा की। एसोसिशन के सचिव डॉ। शरद जैन ने कहा कि कार्यक्रम का उददेश्य बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को सही दिशा प्रदान करना था। आयोजन सचिव डॉ। शशांक रस्तोगी रहे।

Posted By: Inextlive