- 155 कॉलेजों ने संबद्धता के लिए किया है आवेदन, देनी पड़ रही है कोर्स की जानकारी

- कई कॉलेजों द्वारा कोर्स बंद करने के आवेदन के बाद नई संबद्धता में बढ़ गई दिक्कतें

- संबद्धता से पहले कोर्स चलाने की मांग को लेकर देना पड़ेगा स्टूडेंट्स संबंधी स्पष्टीकरण

Meerut: यूपी में कानपुर यूनिवर्सिटी के बाद सीसीएस यूनिवर्सिटी से सबसे अधिक कॉलेज संबद्ध हैं। यहां कुकुरमुत्तों की तरह कॉलेज खुल गए। कॉलेजों ने संबद्धता तो ले ली, लेकिन अब इनको चलाने में इनके पसीने छूट रहे हैं। छात्रों के रुझान में कमी के कारण कई कॉलेज सेल्फ फाइनेंस बंद करने के आवेदन कर रहे हैं। वहीं कई कॉलेज संबद्धता के लिए कतार में हैं, लेकिन अब उन्हें संबद्धता मिलना आसान नहीं होगा।

यह है सीन

सीसीएस यूनिवर्सिटी से संबद्ध नौ जिलों में म्78 कॉलेज हैं। जिनमें करीब साठ कॉलेज एडेड और सरकारी हैं। यूनिवर्सिटी ने अब संबद्धता के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन मांगी है। जिसमें अब तक क्भ्भ् से अधिक कॉलेज आवेदन कर चुके हैं। आवेदन करने वाले अधिकतर कॉलेज अपने यहां हमेशा नए कोर्स दिखाकर उसकी महत्ता के चलते संबद्धता मांगते हैं, लेकिन कोर्स के प्रति क्रेज खत्म हो जाने के बाद उस कोर्स को चलाना मुश्किल हो रहा है। करीब साठ से अधिक कॉलेजों ने अपने यहां चल रहे कुछ सेल्फ फाइनेंस कोर्स को बंद कराने के लिए भी आवेदन किए हैं।

अब देंगे स्पष्टीकरण

संबद्धता मांग रहे नए कॉलेजों को जिन कोर्स में संबद्धता चाहिए उसके लिए पूरा कारण स्पष्ट करना होगा। साथ ही जिस एरिया में वह कॉलेज खोला जाना है वहां की पॉपुलेशन और वहां की स्थिति से अवगत कराना होगा। आखिर वहां वह कोर्स चल भी पाएगा या नहीं। इसका स्पष्टीकरण देने के बाद ही संबद्धता मिल पाएगी। इसके लिए वीसी इन कॉलेजों की संबद्धता से पहले इनकी परी डिटेल के साथ इंटरव्यू भी ले रहे हैं। जब तक पूरी तरह आश्वस्त नहीं होते फाइल पर साइन नहीं करते।

इन कोर्सेज में घट रही संख्या

यूनिवर्सिटी में संबद्धता वापसी के लिए बीसीए, बीफार्मा, प्रोफेशनल कोर्सेज और डिप्लोमा कोर्सेज शामिल हैं। जिनके लिए पहले कॉलेजों ने संबद्धता ली और फिर इनको खत्म कराने के लिए आवेदन कर रहे हैं। नौ जिलों में मौजूद काफी संख्या में ऐसे कॉलेज हैं, जो जंगलों में खोले गए। जिनका इंस्पेक्शन भी होना आसान नहीं है। नैक की तो बात दूर है। यहां आसपास के गांवों के स्टूडेंट्स एडमिशन ले भी लें तो स्थिति कुछ समय के लिए सही होती है।

लोगों ने ऐसी जगह कॉलेज खोल दिए जहां स्थिति काफी खराब है। जिन कोर्स के लिए संबद्धता ली उनमें नौकरियां कम हो गई। अब कॉलेज इनकी संबद्धता खत्म कराने के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसको देखते हुए इस बार कॉलेजों को संबद्धता बड़ी ही सावधानी के साथ दी जा रही है। क्भ्भ् कॉलेज लाइन में हैं।

- प्रो वीसी एचएस सिंह, सीसीएस यूनिवर्सिटी

पहले तो कॉलेज कोर्स के लिए संबद्धता ले लेते हैं, फिर उसको बंद करवाने के लिए आवेदन करते हैं। काफी कॉलेज अब भी ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। इस बार वीसी पूरी पूछताछ के बाद ही किसी को संबद्धता दे रहे हैं। पहले पूरी जानकारी और कोर्स संबंधी डिटेल ली जाती है और फिर आगे व्यवस्था होती है। ऐसे में कई कॉलेज काफी समय से लटके हुए हैं।

- प्रो वाई विमला, एडमिशन कोर्डिनेटर व डीएसडब्ल्यू सीसीएसयू मेरठ

Posted By: Inextlive