लद्दाख के गलवान में भारत और चीन सेना के बीच जिस जगह पर हिंसा हुई थी उस जगह से अब चीनी सेना 1-2 किमी पीछे हट गई है। दोनों देशों के बीच जारी तनाव को देखते हुए चीन का यह कदम काफी अहम है। सूत्रों की मानें तो भारत और चीन के बीच लगातार सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर बैठकों का दाैर चल रहा था।


नई दिल्ली (एएनआई)। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच एक बड़ी खबर आई है। लद्दाख में भारतीय और चीनी सेना के बीच चल रही तनातनी के बीच चीनी सेना अब पीछे हटने लगी है। भारतीय सेना के सूत्रों ने सोमवार को कहा चीनी सेना झड़प वाली जगह से टेंट, वाहनों और सैनिकों को 1-2 किलोमीटर की दूरी पर वापस ले जाने लगी है। चीनी सेना के भारी बख्तरबंद वाहन अभी भी गलवान नदी क्षेत्र में गहराई वाले इलाकों में मौजूद हैं।भारतीय सेना सावधानी के साथ स्थिति की निगरानी कर रही है। कॉर्प्स कमांडर-लेवल बैठक का तीसरा दौर 12 घंटे तक चला


वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव को लेकर भारत और चीन के बीच तीन बार कमांडर स्तर की बैठकें हो चुकी है।इसमें पहली बैठक 6 जून को, दूसरी बैठक 22 जून को और तीसरी बैठक 30 जून को हुई थी। 1 जुलाई को सेना के सूत्रों ने कहा कॉर्प्स कमांडर-लेवल बैठक का तीसरा दौर 12 घंटे तक चला। सूत्रों ने बताया था कि 22 जून को हुई कॉर्प्स कमांडर-लेवल वार्ता के दूसरे दौर में दोनों पक्ष आपसी सहमति से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पीछे हटने के लिए सहमत हो गए थे। गलवान घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे

वहीं इससे पहले दोनों देशों के बीच 6 जून को हुई बैठक में विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाकर आपसी संबंधों को आगे बढाने पर बात हुई थी। बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को दोनों देशों भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झ़़डप हुई थी। इस हिसंक झड़प में करीब 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। हालांकि इंडियन इंटरसेप्ट की मानें तो चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक इस झड़प मारे गए थे। हालांकि चीन ने अपने सैनिकों की संख्या या अन्य जानकारी नहीं दी है।

Posted By: Shweta Mishra