छेड़खानी के बाद अब हॉकियां

- अम्पायर्स के फैसले पर आपत्ति के बाद मारने के लिए दौड़ाया

- अम्पायर्स ने की आयोजकों से लिखित शिकायत

LUCKNOW : अम्पायर का फैसला अंतिम और सभी को खिलाडि़यों को मान्य होता है। कई बार खेल के दौरान खिलाडि़यों और अम्पयार में नोंक-झोंक भी हो जाती है, लेकिन अम्पायर पर हॉकी उठाने को मामला सोमवार को देखने को मिला। यहां पर आयोजित हुई नॉर्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी वीमेन हॉकी चैम्पियनशिप में लड़कियों ने अम्पायर पर ही हाथ छोड़ दिया। इस घटना ने खेल जगत के दिग्गज भी स्तब्ध हैं। उन्होंने इस घटना की बेहद निंदा की है।

अम्पायर के फैसले पर थी नाराजगी

एलयू के पैवेलियन ग्राउंड में मेजबान लखनऊ यूनिवर्सिटी का मुकाबला कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के बीच हुआ। मैच में लखनऊ के सुमित और ऋषि कुमार अम्पायरिंग कर रहे थे। अम्पायर सुमित ने बताया कि मैच के दौरान कुरुक्षेत्र के खिलाफ जब हम लोगों ने इशारा किया तो यह फैसला कुरुक्षेत्र की लड़कियों को नागवार गुजरा, लेकिन उस दौरान वह कुछ नहीं बोलीं। यह मैच मेजबान एलयू ने ने जीत लिया। लेकिन मुकाबले में मिली हार से कुरुक्षेत्र के खिलाड़ी आक्रोशित थीं। सुमित ने बताया कि मैच के बाद जब हम लौट रहे थे तो कुरुक्षेत्र की लड़कियों ने दौड़ा कर हमें घेर लिया और गाली-गलौज शुरू कर दी। उन लोगों ने हम पर हॉकी भी मारने के लिए उठा ली थी, लेकिन मौके पर मौजूद महिला पुलिस ने उन लड़कियों से हमें बचाया। इतना ही नहीं इन लड़कियों ने अम्पायर ऋषि कुमार को भी नहीं बख्शा। जब वह बीच-बचाव करने पहुंचे तो लड़कियों ने उन पर भी हॉकी उठा ली थी। उन्हें भी महिला पुलिस ने बचा लिया।

प्रॉक्टर से भी की शिकायत

सुमित ने बताया कि मैंने और ऋषि ने इस बात की लिखित शिकायत आयोजकों से की है। यूनिवर्सिटी में प्रॉक्टर को भी इस कम्पलेन की कॉपी दी गई है। सुमित ने बताया मैच के दौरान गोल ना मानने के मेरे डिसीजन को गलत ठहराते हुए कुरुक्षेत्र यूनीवर्सिटी हरियाणा टीम की खिलाड़ी उग्र हो गई थी। मैच के बाद शिल्पा ने गालीगलौज शुरू की और उसके बाद कविता, रानी, दीप्ति शर्मा, नेहा शर्मा, परमजीत और भारती शर्मा ने मैच के दैरान हम पर हॉकियां चलाई।

कोट

मैच हारने का यह मतलब नहीं है कि आप अम्पायर्स को मारने के लिए दौड़ा ले। ऐसे खिलाडि़यों को तुरंत बाहर किया जाना चाहिए। इससे तो खेल का माहौल खराब होगा।

- रजनीश मिश्रा

पूर्व इंडियन हॉकी प्लेयर

अम्पायरों पर हॉकी उठाना बेहद निंदनीय है। इस घटना ने हॉकी खिलाडि़यों को शर्मसार कर दिया। मैच के दौरान कई बार ऐसा होता है कि खिलाडि़यों को अम्पायर्स का फैसला गलत होता है। लेकिन यह कभी नहीं होता कि खिलाड़ी बदला लेने के लिए अम्पायर्स को ही दौड़ा ले।

- विष्णु शर्मा

पूर्व कोच, खेल विभाग

Posted By: Inextlive