पुलिस की अनदेखी पर जान देने के लिए हाईवे पर बैठी महिला
- आगरा-हाथरस पर थम गए वाहनों के पहिये, पुलिस ने अस्पताल भिजवाया
- देवर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करने से क्षुब्ध थी महिला - पुलिस ने पति और देवर के खिलाफ शांति भंग में की कार्रवाई आगरा। पुलिस की अनदेखी से क्षुब्ध महिला शुक्रवार सुबह अपने बेटे के साथ आत्महत्या की बात कह आगरा-हाथरस हाईवे पर बैठ गई। हाईवे से गुजर रहे वाहनों के पहिये थम गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को मेडिकल के लिए भिजवाया। मामले में महिला के पति और देवर के खिलाफ शांतिभंग में कार्रवाई की है। थाने से भगा दियाखडि़या गांव निवासी मीना देवी पत्नी जितेंद्र कुशवाह का आरोप है कि कुछ समय पूर्व पति ने छोटे भाई सोहनलाल को 20 हजार रुपये उधार दिए थे। जिन्हें मांगने पर देवर सोहनलाल आनाकानी करने लगा। इस पर मीना का उससे विवाद हो गया और सोहनलाल ने मीना को पीट दिया। मीना का आरोप है कि वह शिकायत करने थाने गई तो उसे भगा दिया। पांच दिन तक थाने के चक्कर लगा रही मीना की सुनवाई न हुई।
बेटे के साथ सड़क पर बैठ गईआरोप है कि शुक्रवार सुबह फिर से देवर ने मीना को पीट दिया। मीना ने पुलिस कंट्रोल रूम पर शिकायत की। पुलिस पहुंची और पति जितेंद्र व देवर सोहनलाल को पकड़कर थाने ले गई। मीना थाने पहुंची तो उसे भगा दिया गया। क्षुब्ध मीना अपने 10 वर्षीय बेटे राहुल लेकर आगरा-हाथरस हाईवे पर पहुंची और बीच सड़क पर बैठ गई। कहने लगी सुनवाई नहीं हो रही, लिहाजा अब वह जान देकर ही रहेगी। मार्ग पर जाम की सूचना पर गई पुलिस ने उसे अस्पताल भिजवाया।
यह आरोप गलत है कि महिला कई दिन से थाने के चक्कर काट रही थी। शुक्रवार को दोनों भाइयों में झगड़ा हुआ था। पुलिस ने महिला की तहरीर पर एनसीआर दर्ज कर दोनों को शांति भंग में जेल भेज दिया है। प्रशांत त्यागी, एसओ खंदौली