-हजरतगंज एरिया से हुआ था रहस्यमय हालात में लापता

-कोचिंग संचालक से रुपये वसूलने के लिये बनाया था प्लान

-साइबर क्राइम सेल व हजरतगंज पुलिस ने दबोचा

LUCKNOW: हसनगंज के खदरा निवासी अभिषेक कुमार तिवारी का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उसने कोचिंग संचालक से रकम ऐंठने के लिये खुद की किडनैपिंग की साजिश रची थी। साइबर सेल व हजरतगंज पुलिस ने बीती 4 जून से लापता चल रहे अभिषेक को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि कोचिंग संचालक से मोटी रकम ऐंठने की तरकीब उसे सीआईडी सीरियल देखकर सूझी। पुलिस ने उसकी गुमशुदगी के मुकदमे को स्पंज कर दिया और उसके खिलाफ फर्जी मुकदमा लिखाने व धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया है।

चोरी किया था डाटा

एसपी पूर्वी शिवराम यादव के मुताबिक, हसनगंज के खदरा में रहने वाला अभिषेक कुमार तिवारी नवल किशोर रोड स्थित अर्पित गुप्ता के सीए कोचिंग सेंटर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। उसका काम क्लास के दौरान स्टूडेंट्स की वीडियो रिकॉर्डिग करना था। अभिषेक पर कोचिंग से स्टूडेंट्स से रिलेटेड डाटा चोरी का आरोप लगा। जिसके बाद संचालक अर्पित गुप्ता ने उससे पूछताछ की। बीती 4 जून को वे अभिषेक को लेकर उसके घर जा पहुंचे। जहां उसके कंप्यूटर में चोरी किया गया डाटा मौजूद मिला। जिस पर अभिषेक ने उसे जमकर फटकार लगाई थी। इसी के बाद अभिषेक रहस्यमय हालात में लापता हो गया।

पत्‍‌नी ने लगाया था किडनैपिंग का आरोप

उसके लापता होते ही उसकी पत्‍‌नी शालिनी ने कोचिंग संचालक अर्पित गुप्ता पर अभिषेक को किडनैप करने का आरोप लगाते हुए हजरतगंज पुलिस को तहरीर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फौरन किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज कर ली। सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि मामले की जांच साइबर क्राइम सेल में तैनात एसआई विजय वीर सिंह सिरोही, कॉन्सटेबल फिरोज बदर व उनकी टीम को दी गई। अभी पुलिस जांच कर रही रही थी, इसी बीच शालिनी थाने पहुंची और एफआईआर वापस लेने की गुजारिश करने लगी। उसकी बात सुनते ही जांच में जुटे पुलिसकर्मियों का माथा ठनका। जब पुलिस ने अभिषेक की लोकेशन खंगाली तो उसकी लोकेशन रायबरेली में मिली। लगातार मोबाइल फोन की निगरानी के दौरान गुरुवार को अभिषेक की लोकेशन हजरतगंज इलाके में मिली। जानकारी मिलने पर साइबर सेल व हजरतगंज पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया।

मोटी रकम ऐंठने का था प्लान

सीओ अशोक कुमार वर्मा के मुताबिक, अभिषेक ने बताया कि उसे किसी ने किडनैप नहीं किया बल्कि वह खुद ही गायब हो गया था। उसने बताया कि उसका प्लान कोचिंग संचालक अर्पित गुप्ता के खिलाफ किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज कराने के बाद सुलह के नाम पर उससे मोटी रकम ऐंठना था। हालांकि, वह अपनी हरकत में कामयाब हो पाता इससे पहले ही पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। उसने बताया कि किडनैपिंग की यह साजिश उसने एक चैनल पर प्रसारित होने वाले सीरियल सीआईडी के एक शो में देखकर बनाई थी। उसने बताया कि वह रकम ऐंठने के बाद अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता था। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।

Posted By: Inextlive