-कचहरी से गुजरने वालों को झेलनी पड़ी मुसीबत, कई जगह उतरा लोगों का गुस्सा

ALLAHABAD: कचहरी की तरफ जा रहे वकील राजेश श्रीवास्तव की दिनदहाड़े हुई हत्या के बाद कई एरियाज में जमकर बवाल हुआ। हत्या की सूचना कचहरी पहुंचते ही वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। अधिवक्ता की हत्या की सूचना मिलते ही सबसे पहले बड़ी संख्या में वकील घटना स्थल पर पहुंच गए। वहां पर जाम लगाकर वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। अधिवक्ताओं के हंगामे को देखते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच कचहरी के पास बवाल शुरू हो गया। कचहरी और उसके आस-पास की सभी दुकानों को वकीलों ने बंद करा दिया। विकास भवन, सदर तहसील समेत आस-पास के सरकारी कार्यालय को वहां के कर्मचारियों ने बंद करके गेट पर ताला लगवा दिया। जिससे हंगामा और बवाल के दौरान कार्यालयों में किसी भी प्रकार की क्षति को रोका जा सके।

सिटी बस में लगाई आग

इसी बीच कचहरी की तरफ से गुजर रही सिटी बस को रोक दिया गया और उसमें तोड़फोड़ करके आग लगा दी गई। सिटी बस में आग लगते ही मौके पर भगदड़ मच गई। इसके बाद वकीलों ने वाहनों पर पथराव शुरू किया तो लक्ष्मी टाकीज चौराहे तक लोग भागते रहे। इसके बाद वकीलों ने कचहरी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया।

एसआरएन से उठाई बॉडी, लगाया जाम

वकील राजेश कुमार श्रीवास्तव की हत्या के बाद जिला न्यायालय के बाहर चल रहे हंगामे और बवाल के बीच बड़ी संख्या में वकील एसआरएन हॉस्पिटल पहुंच गए। अधिवक्ताओं ने राजेश के शव को हॉस्पिटल से निकालकर मेडिकल चौराहा पहुंचे और जाम लगा दिया। कचहरी, कटरा, लक्ष्मी टाकीज चौराहा, मेडिकल कालेज चौराहा पर अधिवक्ताओं के बवाल के कारण आधे शहर में अफरातफरी मच गई। दोपहर में ही स्कूलों की छुट्टियां होने के कारण बच्चों को भी इस बवाल के कारण मची अफरा-तफरी के कारण भीषण गर्मी में मुसीबत उठानी पड़ी। उधर हत्याकांड के बाद आक्रोशित वकीलों ने हर रास्ते पर बेंच और अपने वाहन खड़ा करके रास्ता बंद कर दिया। इस दौरान कुछ वकील डंडा लेकर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। कचहरी के पास पुलिस अधिकारी आरएएफ लेकर पहुंचे तो वकील नारेबाजी कर आगे बढ़ने लगे। वकीलों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को भी शांत होकर एक कोने में खड़ा होना पड़ा।

एसएसपी से भिड़ंत

एसआरएन मोड़ के सामने रोड पर धूप में अधिवक्ताओं ने जाम लगा दिया। यहां पुलिस अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की तो उनके साथ धक्कामुक्की होने लगी। एसएसपी आकाश कुलहरि से वकील भिड़ गए। ऐसे में एसएसपी को वहां से हटना पड़ा। वकीलों का आक्रोश बढ़ता देख डीजीपी ओपी सिंह ने आइजी रमित शर्मा को मेडिकल चौराहे के हालात संभालने को भेजा। आइजी और प्रभारी डीएम सैमुअल पाल एन घंटों जूझते रहे। तब तक हर तरफ जाम लगाए जाने से स्थिति बिगड़ चुकी थी।

आईजी ने संभाली कमान

हत्या के बाद एसएसपी आकाश कुलहरि समझाने में लगे थे, लेकिन वकीलों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। एसएसपी से कहासुनी की नौबत तक पहुंच गई। ऐसे में कप्तान वहां से हट गए। इसके बाद आइजी रमित शर्मा ने कमान संभाली। मेडिकल चौराहे पर धूप में चक्काजाम चल रहा था। वकील अपनी मांगों पर अड़े थे। ऐसे में आइजी ने दूसरा रास्ता अपनाया। फोर्स लगाकर उधर आने वाले वाहनों को डायवर्ट करा दिया। वकीलों के प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर हर मांगें मानने का आश्वासन दिया।

मोबाइल से वीडियो बनाने पर पीटा

सड़क पर हंगामा कर रहे वकीलों का गुस्सा कई मीडियाकर्मियों पर भी फूटा। वकीलों ने कैमरामैनों से मारपीट की। जो कोई भी मोबाइल से वीडियो बनाते दिखा उसकी पिटाई मोबाइल तोड़ दिया।

Posted By: Inextlive