Allahabad: खुद एजी ऑफिस में ऑफिसर के तौर पर तैनात थे. पत्नी लखनऊ में लेक्चरर हैं. परिवार भी ज्यादा बड़ा नहीं. इसके बाद भी ऐसी कौन सी प्राब्लम आन खड़ी हुई जो फांसी लगाने की नौबत आ गई? यह सवाल रिश्तेदारों और मित्रों से लेकर परिवारवालों और पुलिस तक की जुबान पर था. सब के सब इस घटना से अवाक थे और असलियत जानने की कोशिश में थे. दरअसल संडे नाइट एजी ऑफिस में तैनात प्रमोद कुमार सिंह ने अपने कमरे में ही फांसी लगाकर जान दे दी. मंडे मार्निंग उनकी मां कमरे में पहुंचीं तो इस घटना का खुलासा हुआ. प्रमोद की बॉडी कमरे में लटक रही थी. बताया जा रहा है कि देर रात तक वह कमरे में कोई कागज ढूंढ रहे थे.


क्या टेंशन थी? करीब 47 साल की उम्र में आखिर ऐसी कौन सी बात हो गई थी जिसके कारण प्रमोद ने सुसाइड कर लिया? प्रमोद की पत्नी शशिलता लखनऊ में डिग्री कॉलेज में लेक्चरर हैं। दो बच्चे हैं दोनों लखनऊ में ही पत्नी के साथ रहते हैं। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। प्रमोद अपनी मां के साथ निहालपुर, सुल्तानपुर भावा थाना करेली में रहते थे। फाइनेंशियली फैमिली साउंड थी। उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? इसे उनके रिलेटिव भी नहीं बता पा रहे हैं। रिलेटिव दिनेश सिंह ने बताया कि कई महीनों से उनकी सैलरी विभाग द्वारा रोक ली गई थी। इससे वह डिप्रेशन में थे। एक वजह फैमिली प्रॉब्लम भी सामने आ रही है। हालांकि, इस बारे में फैमिली मेंबर्स ने कुछ नहीं बताया.  घंटों तक ढूंढते रहे कागज
एसओ करेली अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रमोद की मां के मुताबिक रात में वह काफी देर तक किसी कागज को ढूंढ रहे थे लेकिन वह मिला नहीं था, इससे परेशान थे। वह कागज क्या था? इस बारे में वह नहीं बता पाईं। एसओ के मुताबिक संभवत कोई विभागीय प्रॉब्लम समझ में आ रही है, लेकिन स्पष्ट तौर पर फैमिली मेंबर्स से पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

Posted By: Inextlive