- लगातार बिगड़ते जा रहे हालत को देख प्रशासन मुस्तैद

BUXAR/PATNA: बक्सर जिले में बाढ़ की स्थिति लगातार विकराल होती जा रही है। जिले के निचले इलाकों में कई गांव पूरी तरह से पानी से घिर जाने की सूचना है। बुधवार की शाम चार बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 60.67 मीटर से उपर दर्ज किया गया। वहीं इस प्राकृतिक आपदा को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षा देने के लिए दिन रात एक कर दिया है। इस बीच मंगलवार की रात से ही प्रमुख नाला से होते हुए शहर में पानी का प्रवेश होना शुरू हो गया है। जिसे देखते हुए शहरवासी सहमे हुए हैं।

गंगा अब पूरी तरह अपने रौद्र रूप में सामने आ चुकी है। जलस्तर में लगातार वृद्धि के बाद जहां जिले की कई सड़कें पानी में डूब गई हैं वहीं अनेक गांव पानी से घिर गए हैं। इनमें सबसे अधिक चौसा प्रखंड, इटाढ़ी प्रखंड, सिमरी प्रखंड और चक्की प्रखंड के गांव शामिल हैं। बुधवार को केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। इस संबंध में आयोग के कनीय अभियंता कन्हैया कुमार ने बताया कि बक्सर में सुबह से ही रफ्तार में लगातार उतार चढ़ाव दर्ज किया जा रहा है। कभी आधा सेंमी तो कभी एक सेंमी की रफ्तार हो जा रही है। बुधवार की सुबह आठ बजे एक सेंमी की रफ्तार के साथ जलस्तर 60.62 मीटर दर्ज किया गया था। जबकि दोपहर 12 बजे 60.64 मीटर दर्ज हुआ। वहीं शाम चार बजे 60.67 मीटर दर्ज किया गया है। उधर इलाहाबाद और वाराणसी से मिल रही सूचना के अनुसार दोनों स्थानों पर लगातार एक सेंमी की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है।

शहर में बाड़ का पानी

जलस्तर के उपर आने के साथ ही जिला मुख्यालय में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। मंगलवार की रात से ही शहर के बैंक आफ इंडिया के समीप बने मुख्य नाला से होकर बाढ़ का पानी शहर में प्रवेश कर रहा है। जो नालों के माध्यम से होते हुए शहर के कोईरपुरवा बस्ती में प्रवेश करने लगा है। इधर बाढ़ के पानी में गंगा किनारे बना मैरिन ड्राइव बंगला घाट से लेकर रामरेखाघाट तक कई स्थानों पर डूब चुका है। इसको देखते हुए शहर वासी 2016 में आई बाढ़ की विकराल स्थिति को याद करते हुए बुरी तरह सहमे हुए हैं।

प्रशासन कर रहा तबाही का इंतजार

गंगा में आई बाढ़ से चौसा रामगढ़ मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी घुटनों तक चढ़ गया है। वहीं चौसा के बनारपुर में पचासों घर पानी से बुरी तरह घिरे हुए हैं। लोगों का घर से बाहर निकलना बिल्कुल नामुमकिन हो गया है। प्रशासन के दावों के बारे में जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन अभी पूरी तबाही का इंतजार कर रहा है। जब तक लोगो की जान जानी शुरू नहीं होगी तब तक राहत और बचाव कार्य शुरू नहीं किया जाएगा।

Posted By: Inextlive