आगरा। अयोध्या विवाद पर फैसले के बाद पहले जुमा पर शहर में अलर्ट रहा। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में अर्ध सैनिक बल और पीएसी तैनात करने के बाद दोपहर तक अधिकारी दौड़ते रहे। डीएम और कमिश्नर ने जामा मस्जिद पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं, डीएम एनजी रवि कुमार और एसएसपी बबलू कुमार ने भी मिश्रित आबादी वाले इलाकों का भ्रमण किया।

सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर को अयोध्या विवाद पर फैसला दिया था। इस फैसले के बाद पहला जुमा था। इसे लेकर अधिकारियों ने गुरुवार की रात से ही सभी थानों को अलर्ट कर दिया था। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में शुक्रवार सुबह से ही रैपिड एक्शन फोर्स, पीएसी और पुलिस तैनात कर दी थी। इससे कि अराजक तत्व शहर के अमन में खलल नहीं डाल सके। मंटोला इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स ने दोपहर में फ्लैग मार्च किया। इसके अलावा पुलिस-प्रशासन के अधिकारी जामा मस्जिद पर पहुंच गए। कमिश्नर अनिल कुमार और आइजी ए.सतीश गणेश ने भी जामा मस्जिद पहुंचकर अधीनस्थों से जानकारी ली। उन्हें दिशा-निर्देश दिए। दोपहर दो बजे नमाज अदा होने के बाद अधिकारी वहां से गए।

उधर, डीएम एनजी रवि कुमार और एसएसपी बबलू कुमार ने शहर के कई मिश्रित आबादी वाले इलाकों का दौरा किया। अधिकारी ताजमहल पर भी पहुंचे। वहां पर भी सतर्कता का जायजा लिया।

सुबह उठते ही फोर्स को देख चौंके लोग

मिश्रित आबादी वाले इलाकों में शुक्रवार सुबह उठने के बाद लोग बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात देखकर लोग चौंक उठे। उन्होंने जानकारी करने पर पता चला कि पहला जुमा होने पर सतर्कता के चलते फोर्स तैनात किया गया है। लोगों ने राहत की सांस ली।

खुफिया एजेंसियों ने सुबह से ही डाला डेरा

चार महीने पहले जामा मस्जिद पर जुटने वाली भीड़ का आंकलन करने में एलआइयू नाकाम हो गई थी। इसके चलते इस बार सुबह से एलआईयू समेत अन्य खुफिया एजेंसियों ने जामा मस्जिद के पास डेरा डाल दिया था।

Posted By: Inextlive