-फॉरेन टूरिस्ट्स को होगी सहूलियत

-केएमआई में सीखेंगे विदेशी भाषा

आगरा। रशिया से ताजमहल को विजिट करने आई जूलिया का पर्स मिस हो गया। वह टूरिस्ट पुलिस स्टेशन गई, लेकिन उसे रशियन के अलावा कोई और लेंग्वेज नहीं आती थी। इस कारण टूरिज्म पुलिस को जूलिया की हैल्प करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी और जूलिया को भी परेशानी हुई। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि टूरिज्म पुलिस के जवान अब फॉरेन लेंग्वेज सीखेंगे। जी हां, जल्द ही विदेशी टूरिस्ट्स को असुविधा न हो, इसलिए टूरिज्म पुलिस के जवान फॉरेन लेंग्वेज सीखेंगे।

केएमआई में सीखेंगे फॉरेन लेंग्वेज

सूत्रों के अनुसार टूरिज्म पुलिस के जवान डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के पालीवाल कैंपस स्थित कन्हैयालाल मानिकलाल मुंशी इंस्टीट्यूट ऑफ हिंदी एंड लिंग्विस्टिक्स (केएमआई) में विदेशी भाषा सीखेंगे। केएमआई में रशियन, जर्मन और फ्रेंच भाषा में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स संचालित होते हैं। संभावित है कि टूरिज्म पुलिस के जवान भी ये कोर्स करेंगे और फॉरेन लेंग्वेज में दक्ष होंगे।

पर्यटकों होती थी परेशानी

लेंग्वेज गैप के कारण अब तक फॉरेन टूरिस्ट्स और टूरिस्ट पुलिस में संवाद नहीं हो पाता था। ताजमहल को निहारने के लिए देश-विदेश से कई टूरिस्ट्स आगरा आते हैं। यूके, अमेरिका, आस्ट्रेलिया जैसे इंग्लिश देशों के अलावा रशिया, जापान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी जैसे गैर-अंग्रेजी देशों से भी टूरिस्ट्स आते हैं। इनमें हर किसी को इंग्लिश आती हो ये जरूरी नहीं है। इस कारण ताजमहल पर आने वाले टूरिस्ट्स के साथ कोई गाइड न होने की दशा में उन्हें लेंग्वेज बैरियर की वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि इन टूरिस्ट्स के साथ कोई घटना घटित हो जाए तो परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है। टूरिस्ट पुलिस के जवानों को उनकी भाषा न आने के कारण वे भी उनकी तत्काल प्रभाव से हैल्प नहीं कर पाते हैं।

नरम व्यवहार वाले जवानों का चयन टूरिस्ट पुलिस को फॉरेन लेंग्वेज सीखने के लिए जवानों का चयन करना होगा। फॉरेन लेंग्वेज सीखने के लिए ऐसे जवानों का चयन किया जाएगा, जिनका वे ऑफ टॉक हम्बल होगा। जो टूरिस्ट्स के साथ अच्छा का बर्ताव कर सकें। ताकि टूरिस्ट्स की हैल्प भी होगी और विदेशी पर्यटकों की नजर में टूरिस्ट पुलिस की पॉजिटिव इमेज भी बनेगी।

Posted By: Inextlive