इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोशिएसन के प्रेसिडेंट डॉ. चिंगुकुओ वू ने इंडियन बॉक्सिंग एसोशिएसन से बॉक्सिंग इंडिया को इंडिया में बॉक्सिंग को सर्पोट करने वाली बॉडी के तौर पर रिक्गनाइज करने के लिए कहा है.


बॉक्सिंग इंडिया को एफलियेशन देने के लिए कहते हुए एआईबीए के प्रेसिडेंट डॉ. चिंगुकुओ वू ने ट्यूजडे को एक स्टेटमेंट में कहा कि आईओए का बॉक्सिंग इंडिया को एफलियेशन नहीं देना ओलंपिक चार्टर के सेक्शन 29 का वायलेशन है. वू ने कहा कि बॉक्सिंग इंडिया और आईओए के बीच के डिस्प्यूट को साल्व हो जाना चाहिये.        इंटरनेशनल ओलंपिक एसोशिसन (आईओसी) के एग्जीक्युटिव बोर्ड के मेंबर वू ने ये भी कहा कि नेशनल ओलंपिक एसोशिएसन का नेशनल फेडरेशन को एफलियेशन देने से कोई लेना देना नहीं है. यह तो इंटरनेशनल एसोशिएसन पर डिपेंड करता है कि वो एफिलियेशन दे या ना दे.  इस मामले का गवरमेंट से भी कोई लेना देना नहीं है. नेशनल फेडरेशन को एफिलियेट करना इंटरनेशनल फेडरेशन का राइट है किसी गवरमेंट का नहीं.       
आईओए के प्रेसिडेंट एन रामचंद्रन ने फ्राइडे को चेन्नई में एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग के बाद साफ तौर पर कहा था कि आईओए कंट्री में बॉक्सिंग को चलाने के लिये इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन (IABA) को एफिलियेशन देना जारी रखेगा और उसकी नजर में बॉक्सिंग इंडिया कोई बॉडी नहीं है. वहीं वू ने क्लियर कर दिया है कि इंटर नेशनल एसोशिएसन के रूल्स को कोई भी चैलेंज नहीं कर सकता क्योंकि सबको उसे फॉलो करना ही है.

Hindi News from Sports News Desk

Posted By: Molly Seth