-कैंटोन्मेंट स्थित एयरफोर्स कैंपस में रविवार को घुसे संदिग्ध थे झारखंड के, बाउंड्रीवाल से सटी खड़ी बस से कूदकर लिए थे entry

-इस बड़ी घटना के होने के पीछे प्रशासन की लापरवाह भी आई सामने

-बाउंड्री से सटकर चल रही हैं कई दुकानें, कई और भी चलता है धंधा, फिर भी इनको हटाने में नहीं ली गई दिलचस्पी

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस दौरे से एक दिन पहले बनारस कैंटोन्मेंट स्थित एयरफोर्स कैंपस में घुसे चार संदिग्धों को लेकर भले ही अब तक जांच पड़ताल चल रही हो लेकिन इस बड़ी चूक के पीछे प्रशासनिक और पुलिसिया लापरवाही भी उजागर हुई है। वजह एक के बाद एक अलर्ट के बाद भी एयरफोर्स कैंपस की बाउंड्रीवाल से सटे अवैध धंधों को रोकने में प्रशासन व पुलिस दोनों ही अब तक फेल साबित हुए हैं। क्योंकि रविवार को संदिग्ध जिस रास्ते से एयरफोर्स कैंपस में दाखिल हुए थे उस रास्ते पर कई अवैध धंधे संचालित होते हैं। इसकी जानकारी होने के बाद भी लोकल एडिमिनिस्ट्रेशन व पुलिस की ओर से इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में यहां दोबारा इस तरह की घटना के होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

स्टैंड से कबाड़ तक का काम

नदेसर स्थित पुराना जीटी रोड मार्ग स्थित खरबूजा शहीद मजार से सटे एयरफोर्स कैंपस में संदिग्धों के घुसने और फिर निकल जाने की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि सुरक्षा को लेकर हुई इस बड़ी चूक को एयरफोर्स खुद की गलती न मानते हुए इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहा है। एयरफोर्स कमांडेंट धार सिंह का कहना है कि एयरफोर्स कैंपस की पीछे की बाउंड्री वाल के आसपास कई अवैध धंधे चलते हैं। इनमें अवैध स्टैंड, गाडि़यों की मरम्मत के सेंटर्स, कबाड़ गाडि़यों को स्टोर व बेचने के अलावा यहां डेंट पेंट करने वालों की दुकानें भी संचालित होती हैं। ये अवैध दुकानें सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई हैं। इसके अलावा रात में इसी इलाके से सेक्स रैकेट तक संचालित होता है। इसकी जानकारी प्रशासन को दी जा चुकी है। इसके बाद भी इनको हटाया नहीं जा रहा है।

जांच एजेंसियां हुई सक्रिय

वहीं एयरफोर्स कैंपस में पीछे के रास्ते से घुसे और फिर निकलकर भाग जाने वाले संदिग्ध झारखंड के रहने वाले थे। इस बात का पता चलते ही जांच एजेंसियां और सक्रिय हो गई हैं। क्योंकि अचानक बढ़ी नक्सली एक्टिविटी के बीच संदिग्धों का यहां पहुंचकर इस घटना को अंजाम देने व उनका झारखंड से जुड़े होना और टेंशन बढ़ाने वाला है। वहीं कैंट पुलिस ने पीएम के कार्यक्रम के कारण रविवार को पकड़े गए एक सस्पेक्टेड से पूछताछ भी नहीं की। उम्मीद है कि सोमवार को अहम जानकारी के लिए उससे पूछताछ की जाएगी। वहीं, कैंट पुलिस ने इस मामले में चार अज्ञात लोगों के खिलाफ किसी परिसर में बगैर जानकारी के घुसने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

हाईलाइट्स

- पुराना जीटी रोड की पूरी सड़क पर अवैध कब्जा है।

- पूरी सड़क पर गाडि़यां बनाने वाले अपना कारोबार चला रहे हैं।

- कबाड़ गाडि़यों का मलबा सड़क पर पड़ा है।

-एयरफोर्स की बाउंड्रीवाल से सटाकर अवैध बस स्टैंड संचालित हो रहा है।

- बस स्टैंड में खड़ी होने वाली बसों पर चढ़कर कोई भी आसानी से कैंपस में दाखिल हो सकता है।

-बाउंड्रीवाल से सटकर लगाई गई दुकानें भी बड़ा खतरा बन सकती हैं।

- कैंट पुलिस के संज्ञान में कब्जेदारों की पूरी जानकारी है।

-इसके बाद भी इनको हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

Posted By: Inextlive