अखिल भारतीय टेनिस संघ एआईटीए ने ओलंपिक टीम को लेकर चल रहे विवाद में लिएंडर पेस का साथ दिया है और कहा है कि किसी जूनियर खिलाड़ी के साथ लिएंडर पेस को जोड़ी बनाने के लिए कहना ‘पूरी तरह अनुपयुक्त’ है.

एआईटीए के जवाब के बाद खेल मंत्री अजय माकन ने एक बयान जारी कर कहा, ”खेल मंत्रालय किसी भी खेल के चयन प्रक्रिया में हिस्सा नहीं होना चाहता है। हमने कुछ बड़े खिलाड़ियों के आग्रह पर कुछ सवाल उठाए थे, जो महत्वपूर्ण थे.”

एआईटीए ने खेल मंत्री के सवाल के जवाब में कहा है कि महेश भूपति के साथ ही लंदन ओलंपिक में जोड़ी बनानी चाहिए। टेनिस संघ खेल मंत्री अजय माकन के उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने पूछा था कि अगर दो टीम भेज सकते हैं तो दो टीम भेजने में क्या परेशानी है?

जोड़ी तय नहीं

एआईटीए ने खेल मंत्री के पूछे सवाल के जवाब में कहा है कि महेश भूपति और रोहन बोपन्ना की जोड़ी का एक टीम के रूप में ओलपिंक में जाना तय ही नहीं था। एआईटीए के अनुसार, “ लिएंडर पेस को रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाने के लिए कहना न सिर्फ अनुपयुक्त होगा बल्कि यह लिएंडर पेस का अपमान करना भी होगा.” एआईटीए ने कहा कि लिएंडर पेस का अंतराष्ट्रीय खेल जगत में अलग मुकाम है, इसलिए उन्हें किसी जुनियर खिलाड़ी के साथ खेलने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। “

एआईटीए ने महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार करते हुए कहा है, "वो दोनों खिलाड़ी साथ मिलकर पहले नंबर के खिलाड़ी को बाहर नहीं रख सकते हैं और न ही मीडिया की मदद से यह बता सकते हैं कि नंबर एक खिलाड़ी को पांचवें नंबर के खिलाड़ी के साथ ओलंपिक में खेलना चाहिए."

किसके साथ खेलेगेंएआईटीए ने विस्तार से बताया है कि अगर महेश भूपति और रोहन बोपन्ना अलग जोड़ी बना लेते हैं तो पेस को या तो युकी भांबरी( रैंक 306) के साथ खेलना पड़ेगा या फिर विष्णु वर्धन (207) के साथ खेलना पड़ेगा क्योंकि उन लोगों से अधिक रैंकिंग के टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन घायल हैं।

एआईटीए ने कहा कि लिएंडर पेस को ऐसे किसी जूनियर खिलाड़ी के साथ भेजने का कोई मतलब नहीं है जिसने ग्रैंड स्लैम नहीं खेला है। एआईटीए के अनुसार लिएडंर श्रेष्ठ खिलाड़ी हैं इसलिए उन्हें या तो रोहन बोपन्ना के साथ खेलना चाहिए या फिर महेश भूपति के साथ खेलना चाहिए।

एआईटीए ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि खेल मंत्रालय हमारे निर्णय से सहमत होगें, फिर भी हमने उसे पांच सुझाव दिए हैं जिसपर वे विचार कर सकते हैं। हालांकि एआईटीए ने कहा है कि खेल मंत्रालय किसी भी खिलाड़ी से बात करने के लिए स्वतंत्र है और वे किसी भी खिलाड़ी से व्यक्तिगत रूप से बात कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive