छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) कार्यालय में तीन दिनों से चल रहे अखंड पाठ की समाप्ति बुधवार की सुबह हुई। पाठ के बाद कीर्तनी जत्थों ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। कीर्तन दरबार की समाप्ति की उपरांत गुरु का अटूट लंगर संगत के बीच वितरण किया गया। इससे पूर्व संगत को संबोधित करते हुए सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि चुनाव को लेकर जो भी गिले शिकवे थे उसे चुनाव की घोषणा के बाद ही दिल से निकाल चुके हैं। उन्होंने कहा कि संगत से अपील है कि वे समाज को ऊंचाइयों तक ले जाने में कंधा से कंधा मिलाकर चलें। आधी रात समाज की जरूरत पर वह समाज के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने समाज के युवाओं से अपील की है कि जिस युवा ने भी केस कत्ल किए हैं। वह सिखी स्वरुप में लौट आएं।

भविष्य की सोचें

कीर्तन दरबार में उपस्थित अकाली दल धर्म प्रचार कमेटी के जत्थेदार जरनैल सिंह ने कहा कि कौम को नई दिशा देने की जरूरत है। भूत की नहीं भविष्य की सोचें। उन्होंने गुरुओं के इतिहास का हवाला देकर सबको एक साथ चलने की नसीहत दी। इसके अलावा कीर्तन दरबार में उपस्थित कई लोगों ने संगत को संबोधित किया।

इन्हें किया गया सम्मानित

कीर्तन दरबार के मौके पर उपस्थित रामदास भट्टा के प्रधान बलबीर सिंह बल्ली,राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष गुरदेव सिंह राजा, तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना के कार्यवाहक प्रधान शैलेंद्र सिंह समेत सभी गुरुद्वारों के एक प्रतिनिधि, सिख स्त्री सत्संग सभा की महिलाएं, सिख जत्थेबंदियों के प्रमुख को सम्मानित किया गया।

Posted By: Inextlive