-संगम तट पर संतों ने किया आचमन और गंगा पूजन

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PRAYAGRAJ: प्रयाग की पंचकोसी परिक्रमा के दूसरे दिन सभी संत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़ा के संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि जी महाराज के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह संगम तट पहुंचे। वहां गंगा जल से आचमन करने के बाद विधि पूर्वक गंगा पूजन किया। परिक्रमा के दौरान संत-महात्माओं ने वेणी बांध स्थित बड़े हनुमानजी और दत्तात्रेय भगवान का दर्शन पूजन किया। इसके बाद बांध के पास ही ब्रह्मलीन संत चेतनपुरी की समाधि का दर्शन करते हुए पडि़ला महादेव पहुंचे। वहां स्थानीय लोगों ने परिक्रमा में शामिल संतों का जोरदार स्वागत किया। पडि़ला महादेव का दर्शन पूजन करने के बाद सभी संत प्रयाग नगर स्थित नागवासुकि मंदिर पहुंचे और दर्शन किया। इसके बाद दशाश्वमेध मंदिर होते हुए माता अलोपशंकरी का दर्शन करने के बाद दारागंज स्थित भगवान वेणी माधव का विधिवत दर्शन पूजन करने के बाद परिक्रमा संगम क्षेत्र में प्रवेश कर गयी।

कुंभ क्षेत्र में रात्रि विश्राम

परिक्रमा के बाद संतों ने कुंभ क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम किया। परिक्रमा के दौरान संत महात्माओं के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। इसमें मुख्य रूप से श्रीमहंत प्रेम गिरि, श्रीमहंत नारायण गिरि, श्रीमहंत मक्षेन्द्र पुरी, श्रीमहंत कमल पुरी, श्री महंत केदार पुरी, महंत विजय गिरि, पीएन द्विवेदी, दिनेश और नीलकंठ गिरि शामिल रहे। वहीं कुम्भ मेला प्रशासन की तरफ से अपर मेलाधिकारी डीएस पाण्डेय और लक्ष्मी नारायण मिश्रा समेत कई अधिकारी पूरी परिक्रमा के दौरान मौजूद रहे। इस दौरान श्रीमहंत हरि गिरि जी महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा से तीर्थराज प्रयाग के सभी तीथरें का समुचित विकास होगा।

Posted By: Inextlive