अयोध्या में मिली निराशा, कुंभ में होगा फैसला
-राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में धर्मसभा की परमिशन न मिलने से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद नाराज
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज होती जा रही है। निर्माण के लिए अयोध्या में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नागा संन्यासियों व संतों द्वारा तीन दिसम्बर को धर्मसभा का निर्णय लिया गया था। लेकिन इसके लिए उन्हें डीएम की ओर से परमिशन नहीं दी गई है। अनुमति के लिए परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरि व निर्वाणी अनि अखाड़े के श्री महंत धर्मदास अयोध्या गए थे। इस मुद्दे को लेकर परिषद की आपात बैठक संगम पुलिस चौकी से सटे जूना अखाड़ा के मुख्यालय में बुलाई गई है। इसमें सर्वसम्मति से मंदिर निर्माण को लेकर कुंभ मेला के दौरान विशाल धर्मसभा करने का निर्णय लिया गया है। मकर संक्रांति के बाद धर्मसभाअखाड़ों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि ने प्रस्ताव रखा कि परमीशन न मिलने से नागा संन्यासी अयोध्या नहीं जाएंगे। इसे सभी ने स्वीकृति दी। फिर तय हुआ कि कुंभ मेला सिर पर आ चुका है इसलिए मकर संक्रांति शाही स्नान पर्व के बाद मेला एरिया में धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें अखाड़ों के साथ ही देशभर से हजारों संत-महात्मा और नाग संन्यासियों को आमंत्रित किया जाएगा।
समापन पर करेंगे अयोध्या कूच
धर्मसभा करने का प्रस्ताव पारित होते ही परिषद अध्यक्ष श्री गिरि ने संत-महात्माओं को स्पष्ट किया कि यदि मेला के दौरान होने वाली धर्मसभा से पहले केन्द्र सरकार अयोध्या में मंदिर निर्माण का मार्ग नहीं प्रशस्त करती है तो कुंभ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के बाद यहां से और देशभर से हजारों संत-महात्मा मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या कूच करेंगे। वर्जन कुंभ मेला का आयोजन नजदीक आ गया है। अयोध्या में धर्मसभा की परमिशन नहीं मिलने से निराशा हाथ लगी है। कुंभ के दौरान प्रयागराज में धर्मसभा की जाएगी। केन्द्र सकारात्मक पहल करता है तो ठीक, नहीं तो नागा संन्यासी और संत-महात्माओं का समूह अयोध्या कूच करेगा। महंत नरेन्द्र गिरि, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद