क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: सौभाग्य योग, आयुष्मान योग, रवियोग, स्थायीजय योग और रोहिणी नक्षत्र जैसे दुर्लभ संयोग में मनेगा अक्षय तृतीया. बुद्धादित्य योग और तीन ग्रह के उच्च के योग में मनेगा अक्षय तृतीया. इसके तहत जमीन-मकान लेना या नींव देना अत्यंत शुभ होगा. वहीं सोना लेना म्यूचुअल फंड में पैसा जमा करना, खरीदारी करना और दान देने से भी अक्षय फल प्राप्त होता है. इसके अलावा बांस का सामान दान करने से भी भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. भारतीय गणना के अनुसार, चार स्वयं सिद्ध मुहूर्त में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, अक्षय तृतीया, दशहरा और दीपावली. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला यह व्रत अपने आप में महत्वपूर्ण है. 7 मई मंगलवार को अक्षय तृतीया है. ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन किसी भी प्रकार का शुभ कार्य किया जा सकता है.

शुभ मुहूर्त

शाम 4.46 से रात 2.20 बजे तक मृगशिरा नक्षत्र के साथ चंद्र मिथुन राशि में रहेगा. इस दौरान शादियों के लिए अबूझ मुहूर्त रहेगा जो कि बहुत ही शुभ माना गया है. अक्षय तृतीया 6 मई की रात 3.23 बजे से लग जाएगा. लेकिन उदया तिथि होने के कारण इसका मान 7 मई को सुबह 5.28 बजे सूर्योदय के साथ माना जाएगा जो कि रात 2.30 बजे तक रहेगा.

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राशि के हिसाब से करें खरीदारी

मेष : सोना, पीतल, तांबा खरीद और बांस का पंखा दान

वृष : चांदी, सफेद वस्तु खरीद और शरबत, चना का दान

मिथुन : सोना, पीतल और मूर्ति, बैंक का शेयर खरीद व फल-सब्जी दान

कर्क : चांदी के बर्तन, सिक्का, आभूषण खरीद और दूध का दान

सिंह : सोना, तांबा, इलेक्ट्रिक, शेयर ले सकते हैं

कन्या : बैंक का शेयर, चांदी, पीतल, वस्त्र और सब्जी दान

तुला : चांदी सिक्का , इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीद और दान

वृश्चिक : सोना, पीतल और चना खरीद कर दान

धनु : चांदी के बर्तन, सिक्का और पीली वस्तु, मिट्टी का वस्तु दान

मकर : सोना, लोहा और जल का उपकरण दान

कुम्भ : सोना-चांदी का सिक्का, वाहन जमीन खरीद, सत्तू-मौसमी फल दान

मीन : सोना, पीली वस्तु, धार्मिक पुस्तक, घर खरीदारी

-आचार्य प्रणव मिश्र, आचार्यकुलम, अरगोड़ा

Posted By: Prabhat Gopal Jha