डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने संशोधित किया 15 मई 2017 का शासनादेश

B Tec के लिये 12th व MBA और MCA के लिये स्नातक में न्यूनतम मा‌र्क्स थे फिक्स

मेरिट बेस होगा वैकेंट सीट्स पर एडमिशन

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ ने स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम समेत एमबीए एवं एमसीए में डायरेक्ट एडमिशन के लिये मिनिमम मा‌र्क्स की बाध्यता को खत्म कर दिया है। इसके लिये यूनिवर्सिटी ने 15 मई को जारी शासनादेश में संशोधन करके नया आदेश जारी किया है। जिसके मुताबिक काउंसिलिंग के उपरांत बीटेक, एमबीए एवं एमसीए कोर्स में कैंडिडेट्स का एडमिशन मेरिट के क्रम में होगा। यह आदेश उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव अबरार अहमद द्वारा जारी किया गया है।

एकेडमिक सेशन 2017-18 से लागू

नया संशोधन डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के नियंत्रणाधीन डिग्री अभियंत्रण संस्थाओं/ व्यावसायिक संस्थाओं में शैक्षिक सत्र 2017-18 की प्रवेश प्रक्रिया के लिये है। यूनिवर्सिटी की केन्द्रीय प्रवेश समिति ने अनुसार यूपीएसईई काउंसिलिंग के उपरांत निजी क्षेत्रों में स्थापित संस्थाओं में रिक्त बची सीटों पर प्रवेश मेरिट के आधार पर होगा। इसके लिये यूपीएसईई, जेईई मेंस अथवा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना जरूरी होगा।

प्रवेश के लिये होगा पोर्टल

कहा गया है कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु एक पोर्टल ओपन किया जायेगा। जिसमें उपरोक्तानुसार उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं से प्राप्तांक के आधार पर आवेदन प्राप्त किया जायेगा एवं उनकी वरीयता सूची मेरिट के क्रम में तैयार की जायेगी। निजी अभियंत्रण एवं व्यावसायिक संस्थानो द्वारा उक्त प्रदर्शित वरीयता सूची में से रिक्त सीटों पर प्रवेश अनुमन्य किया जायेगा।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया था मसला

बता दें कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 13 जून के अंक में बीटेक के लिये निर्धारित 60 फीसदी न्यूनतम अंक एवं एमबीए एवं एमसीए में प्रवेश के लिये स्नातक स्तर पर निर्धारित 55 फीसदी अंक का मसला उठाया था। खबर में बताया गया था कि अंकों की सीमा के चलते उक्त कोर्सेस में सीटों को भरे जाने को लेकर निजी शिक्षण संस्थायें चिंतित हैं। सूत्रों का कहना था कि इसको लेकर आपत्ति भी जताई गई है। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने प्रवेश प्रक्रिया में ऐन मौके पर संशोधन किया है। हालांकि, कॉलेजेस अभी भी एमटेक कोर्स के एडमिशन को लेकर चिंतित हैं। पहले नियम था कि बीटेक में फ‌र्स्ट डिवीजन पाने वाले को एडमिशन दिया जाता था। लेकिन इस बार प्रवेश का आधार गेट में स्कोर को बना दिया गया है।

15 मई से पूर्व का प्रावधान

एआईईईई (जेईई मेंस रैंक) के आधार पर होगा प्रवेश

यूपीएसईई रैंक के आधार पर अभ्यर्थी ले सकेंगे प्रवेश

12वीं की मेरिट, जो अभ्यर्थी जेईई मेंस/यूपीएसईई अथवा किसी अन्य राज्य सरकार द्वारा संचालित प्रवेश परीक्षा में सफल घोषित किये गये हैं

15 मई को जारी आदेश में प्रावधान

15 मई के पूर्व में शामिल शर्तो के अलावा स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 12वीं अथवा समकक्ष स्तर पर पीसीएम/पीसीबी विषयों में न्यूनतम 60 फीसदी अंक प्राप्त किये हों

एससी व एसटी वर्ग के लिये यह सीमा 55 फीसदी अंक तक निर्धारित

एमबीए/एमसीए में प्रवेश के लिये स्नातक स्तर पर 55 फीसदी अंक प्राप्त किये हों

एससी व एसटी वर्ग के लिये यह सीमा 50 फीसदी तक निर्धारित थी।

यह भी अनिवार्यता रखी गई थी कि अभ्यर्थी बिना ग्रेस मा‌र्क्स के उत्तीर्ण हुआ हो।

इन सभी की उनके प्राप्तांकों के आधार मेरिट तैयार की जायेगी तथा उन्हें ज्येष्ठता क्रम में प्रवेश दिया जायेगा

नए प्रावधान के अनुसार

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एकेटीयू के कॉलेजेज में रिक्त सीटों के लिए पोर्टल बनेगा

इस पर आवेदन के उपरांत वरिष्ठता सूची जारी की जाएगी

आवेदन के लिए छात्र का यूपीएसईई, जेईई मेंस अथवा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना जरूरी होगा

बीटेक के लिए पीसीएम-पीसीबी ग्रुप में 60 फीसदी अंकों की बाध्यता समाप्त

एमबीए और एमसीए में भी लागू होगा यही फॉर्मूला

बीटेक, एमबीए व एमसीए में एडमिशन के लिये बारहवीं व स्नातक स्तर पर निर्धारित न्यूनतम अंक चिंता की बात थी। यूनिवर्सिटी ने अब जो संशोधन किया है वह बहुत हद तक कॉलेजेस को राहत देगा।

-डॉ। केके तिवारी,

सेक्रेटरी शम्भूनाथ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस

Posted By: Inextlive