वार्ड-24 मधवापुर

जनसंख्या- 40,000

वोटर्स- 19,000

निवर्तमान पार्षद- दिनेश कुमार गुप्ता

मोहल्ला- न्यू लश्कर लाइन, मधवापुर, तुलारामबाग, अलोपीबाग, सोहबतियाबाग

जगह-जगह लगे कचरे के ढेर से पब्लिक परेशान, नाला-नालियों की नहीं होती है सफाई, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत नहीं

ALLAHABAD: संगम क्षेत्र से सटा मधवापुर वार्ड लगातार उपेक्षा का शिकार हो रहा है। यहां नगर निगम की लापरवाही के साथ ही पब्लिक की मनमानी भी एक बड़ी समस्या है। इसकी वजह से हर वक्त वार्ड गंदगी का ढेर बना रहता है। नाला-नालियों की सफाई न होने से गंदगी, बदबू के साथ ही बीमारी का दंश भी पूरा इलाका झेलता है।

सड़क

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संगम क्षेत्र से सटा इलाका होने के कारण 2013 में कुंभ मेला के दौरान मधवापुर की करीब-करीब सभी सड़कें व गलियां चमकाई गई थीं। कुंभ के बाद सीवर लाइन बिछाने के लिए बनी-बनाई सड़कें उखाड़ दी गई। काम खत्म होने के बाद इन्हें बनाया भी नहीं गया। इस वजह से इलाके में 40 परसेंट सड़कें अभी खराब हैं।

पानी

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मधवापुर वार्ड गंदे व बदबूदार वाटर सप्लाई की समस्या पिछले कई वर्षो से झेल रहा है, जो अभी भी बरकरार है। कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां आए दिन गंदे पानी की सप्लाई होती है। बांगड़ धर्मशाला के पीछे व सोहबतियाबाग इलाके में अभी भी पाइप लाइन नहीं बिछ सकी है। इससे लोगों को काफी दिक्कत होती है।

सफाई

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जगह-जगह लगा कचरे का ढेर वार्ड की सबसे बड़ी समस्या है। सड़कों के साथ ही मधवापुर की गलियों को ही डंपिंग स्टेशन बना दिया गया है, जहां कचरे का ढेर लगा रहता है। कूड़ा समय से नहीं उठने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क के किनारे कूड़े के ढेर के कारण कचरा सड़क पर फैल जाता है।

आवारा पशु

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आवारा पशु भी मधवापुर वार्ड के लोगों के लिए समस्या बने चुके हैं। उनके आतंक का सबसे बड़ा कारण जगह-जगह लगा कचरे का ढेर है। कूड़े की वजह से भोजन की तलाश में आवारा पशु यहां-वहां टहलते रहते हैं। वे कचरा सड़क पर फैलाने के साथ ही लोगों पर अक्सर हमला कर उन्हें घायल भी कर देते हैं।

नाला

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एक समय था जब मधवापुर इलाके में हल्की बरसात में घुटने भर पानी लग जाता था। लेकिन नालों का निर्माण होने से वाटर लॉगिंग की समस्या कुछ कम हुई है। लेकिन नालों की सफाई न होने से बरसात के मौसम में काफी दिक्कत होती है। सोहबतिया बाग, जवाहर लाल नेहरू रोड, महात्मा गांधी मार्ग के नाले पब्लिक समस्या बन गए हैं।

निवर्तमान पार्षद के जवाब

अपने वार्ड को आदर्श वार्ड बनाने के लिए क्या किया?

पांच साल में वार्ड को आदर्श वार्ड बनाने का पूरा प्रयास किया। मधवापुर सब्जी मंडी के पास रामलीला स्थल बनवाया। सुलभ काम्प्लेक्स के साथ ही तीन दर्जन से अधिक सड़कों व गलियों में मरम्मत कार्य कराया। दो नए ट्यूबवेल लगवाए।

सवाल- ऐसे कौन से कार्य हैं, जो अधूरे रह गए? जिन्हें पूरा न करा पाने का मलाल है?

प्रयास तो पूरा किया कि कोई काम अधूरा न रहने पाए, लेकिन न्यू लश्कर लाइन में प्राथमिक विद्यालय नगर निगम का निर्माण कार्य कराने का सपना पूरा नहीं हो सका। इसका टेंडर भी हो गया था, लेकिन धनराशि जारी न होने से काम नहीं हो सका।

वार्ड बोलता है

पानी, सड़क और सफाई की व्यवस्था ध्वस्त है। इसके बाद भी इस ओर किसी की नजर नहीं जाती है। पब्लिक परेशान है, लेकिन पब्लिक की सुनने वाला कोई नहीं है।

ऊषा सिंह

वार्ड की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। गलियां टूटी पड़ी हैं। पब्लिक के साथ ही निवर्तमान पार्षद ने भी काफी आवाज उठाई, लेकिन आवाज दबा दी गई। सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कें अभी भी अधूरी हैं।

ललित गुप्ता

ज्यादातर इलाकों में जल निकासी आज भी बड़ी समस्या है। नालों के साथ ही सीवर लाइन की सफाई न होने से अक्सर वाटर लॉगिंग हो जाता है।

अशोक पटेल मुन्ना

पब्लिक डिमांड

सड़क पर जहां भी कचरा डंप किया जा रहा हो, वहां आवारा पशु न पहुंचने पाएं, ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए

नाला-और नालियों की नियमित सफाई हो सके इसका भी इंतजाम नगर निगम को करना चाहिए

गंदे पानी सप्लाई की समस्या से छुटकारा दिलाया जाए

सीवर लाइन बिछाने के लिए खोद कर छोड़ी गई सड़कों की मरम्मत कराई जाए

Posted By: Inextlive