- वाटर लॉगिंग बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम वार्ड के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी

- आवारा पशुओं के हमले में जा चुकी है कई लोगों की जान

ALLAHABAD: बरसात के मौसम में होने वाली जबर्दस्त वाटर लॉगिंग और नालों के उफान से बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम वार्ड के लोग पूरे साल डरे और सहमे रहते हैं। वजह, वार्ड के हालात ही कुछ ऐसे हैं। सामान्य दिनों में नाला-नाली की सफाई न होने से लोग जहां परेशान रहते हैं। वहीं हैजा हॉस्पिटल कैंपस में लगने वाला कचरे का ढेर पूरे वार्ड को परेशान करता है। कचरे के बदबू से घर में बैठना मुश्किल हो जाता है।

वार्ड 37: बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम

जनसंख्या: 60000

वोटर: 18000

निवर्तमान वार्ड पार्षद: विनय मिश्रा

मोहल्ले: किदवई नगर, ईडब्ल्यूएस कॉलोनी, हैजा हॉस्पीटल, नया गांव, अमिताभ बच्चन रोड, मटियारा रोड, पूरा दलेल, सर्वोदय नगर

पब्लिक डिमांड-

-मोहल्ले व शहर से बाहर किए जाएं आवारा पशु।

-किदवई नगर और ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में पानी की समस्या को किया जाए दूर।

-नाला-नाली पर किए गए अतिक्रमण को हटवाने के साथ कराई जाए सफाई।

-गंदे पानी सप्लाई की समस्या से दिलाया जाए छुटकारा।

सड़क- 8-10

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा सीवर लाइन बिछाने के लिए पूरे शहर की सड़कों को खोदा गया। लेकिन बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम वार्ड में सीवर लाइन बिछाने के बाद भी 90 प्रतिशत से अधिक सड़कें चकाचक हो गई। इसलिए पूरे वार्ड में खराब सड़क व गलियों की समस्या अन्य वार्डो की अपेक्षा काफी कम है।

पानी- 4-10

नगर निगम और जलकल विभाग के लाख कोशिश के बाद भी बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम एरिया के ईडब्ल्यूएस कॉलोनी और सर्वोदय नगर में पानी सप्लाई की गंभीर समस्या बनी हुई है। यहां लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। दोनों इलाकों में एक-एक ट्यूबवेल लगाया जाना है।

सफाई- 3-10

हैजा हॉस्पिटल कैंपस में ही नगर निगम का जोन कार्यालय बनाया गया है, जहां पर जोन तीन के साथ ही जोन चार का भी कूड़ा लाकर डंप किया जाता है। इसकी वजह से पूरे इलाके के लोग गंदगी व बदबू से परेशान रहते हैं। वहीं अल्लापुर रामलीला पार्क में और बाघम्बरी रोड पर भी कचरे का ढेर लगा रहता है। इसकी वजह से पब्लिक परेशान रहती है।

आवारा पशु-2-10

आवारा पशुओं की वजह से अल्लापुर व बाघम्बरी रोड पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। करीब दो महीने पहले सांड़ के हमले में मटियारा रोड पर 50 वर्षीय अधेड़ आरके सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद भी आवारा पशुओं का आतंक कम नहीं हुआ है।

नाला-नाली-3-10

सामान्य दिनों में जहां नाला-नाली की सफाई न होने से नालों में गंदगी भरा रहता है। वहीं बरसात के मौसम में पानी न निकल पाने से नाले उफान मारते हैं। क्योंकि नालों की जहां सफाई नहीं होती है, वहीं नालों पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है।

वार्ड बोलता है

गंदगी के साथ ही कचरे के ढेर और बदबू से पूरा वार्ड परेशान है। हैजा हॉस्पिटल कैंपस में कई-कई दिनों तक कचरे का ढेर लगा रहता है। हवा चलने पर बदबू लोगों के घरों में पहुंचती है।

-अर्चना मिश्रा

2013 में जब भीषण बाढ़ आई थी तो बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम एरिया का इलाका काफी प्रभावित हुआ था। हम लोगों के घरों में पानी घुस गया था। करीब-करीब हर साल हम यही समस्या झेलते हैं। इस समस्या से छुटकारा कब मिलेगा, पता नहीं।

-प्रेम प्रकाश दुबे

सर्वोदय नगर और किदवई नगर के साथ ही अन्य इलाकों में वाटर सप्लाई की समस्या बनी हुई है। मशीन चालू करने के बाद भी सुबह-शाम घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है।

-उत्कर्ष

सड़क पर घूमने वाले आवारा पशु गाय-भैंस व साड़ काफी खतरनाक हो गए हैं। कब किस पर जानलेवा हमला कर दें, कुछ कहा नहीं जा सकता है। आवारा पशुओं को शहर से बाहर करने की जरूरत है।

-गौरव सिंह

निवर्तमान पार्षद के जवाब

प्रश्न- अपने वार्ड को आदर्श वार्ड बनाने के लिए क्या किया?

वार्ड की सबसे बड़ी समस्या वाटर लॉगिंग खत्म करने के लिए जनहित याचिका दायर किया था। इसके आधार पर पंपिंग स्टेशन को अपग्रेड करने के लिए 5.66 करोड़ रुपया जारी किया गया। 3.57 करोड़ की लागत से स्लूज गेट पास 45 क्यूसेक पंप लगाया जाना है, जिसका टेंडर और वर्क आर्डर हो चुका है।

प्रश्न- बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए क्या किया?

2013 में आए भीषण बाढ़ की वजह से बक्शी बांध टूट गया था। इस पर सवाल उठाते हुए पीआईएल दाखिल किया था। पीआईएल के आधार पर डैम की मरम्मत के लिए 12 करोड़ 46 लाख रुपया अवमुक्त हुआ था। कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के प्रयास से बक्शी बांध के चौड़ीकरण के लिए 48 करोड़ रुपया जारी हो चुका है।

विनय मिश्रा

निवर्तमान पार्षद- बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम

Posted By: Inextlive