हे भगवान, अब और बारिश न करना
-बाहर से आ रहे पानी से नहीं, बल्कि शहर के पानी से भी है खतरा
-मोरी गेट, बक्शी बांध और मम्फोर्डगंज एसटीपी के गेट हुए बंद नंबर गेम 02 गेट बने हैं शहर का पानी बाहर निकालने के लिए 04 इलेक्ट्रिक और छह डीजल पंप लगे हैं मोरी गेट पर 05 क्यूसेक से 31 क्यूसेक तक पानी निकालने की है पंपों की क्षमता 12 पंप लगे हैं बख्शी बांध गेट पर पानी निकालने के लिए 02 पंप इस समय बख्शी बांध गेट पर लगातार चलाए जा रहे हैं 84 पर पहुंचा लेवल तो चाचर नाला और कीडगंज गेट हो जाएगा बंद prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: बाढ़ का खतरा केवल बाहर से आ रहे पानी से नहीं, बल्कि शहर के घरों से निकल रहे पानी से भी है। जिन एसटीपी और गेट के जरिए शहर के पानी को निकाला जाता है, उन्हें बंद कर दिया गया है। पम्प चलाकर शहर के पानी को बाहर निकाला जा रहा है। बक्शी बांध, मोरी गेट और मम्फोर्डगंज एसटीपी के स्लूज गेट बंद कर दिया गया है। ताकि बाढ़ का पानी शहर के अंदर नहीं घुसने पाए। एसटीपी पर लगे पम्प चलाकर शहर के पानी को बाहर किया जा रहा है। हालात यह हैं कि अगर आधे घंटे भी बारिश हुई तो इसे निकालने में आठ घंटे से अधिक का समय लग जाएगा।
यहां घुस चुका है पानी गंगा और यमुना के कछार में स्थित राजापुर, मेंहदौरी, म्योराबाद, शंकर घाट, शिवकुटी, बघाड़ा, जोंधवल, दौपदी घाट, गंगा नगर, बेली कछार, चिल्ला, दारागंज, बक्शीमोढ़ा, बक्शी कला, करामत की चौकी, गौसनगर, ककरहा घाट, सदियापुर के साथ ही अन्य कई मोहल्लों में गंगा-यमुना का पानी घुस चुका है। वर्जन स्लूज गेट बंद होने के कारण सभी एसटीपी पर जबर्दस्त प्रेशर है। अलोपीबाग एसटीपी की क्षमता 40 एमएलडी है। जबकि इस समय 70 एमएलडी से अधिक पानी पहुंच रहा है। पानी का प्रेशर न बढ़े इसलिए शहर के लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वे पानी की बर्बादी न करें। कमलेश सिंह पार्षद, अलोपीबाग बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्लूज गेट बंद करने के साथ ही जल निकासी पर पूरा फोकस किया जा रहा है। पंम्पिंग स्टेशन पूरी क्षमता से चलाए जा रहे हैं। अभी स्थिति फिलहाल सामान्य है। बख्शी बांध, मम्फोर्डगंज और मोरी गेट पर पर्याप्त मात्रा में पंप मौजूद हैं। जरूरत के मुताबिक पंपों को चलाया जा रहा है। -रतन लाल जीएम जलकल