-वाइल्ड लाइफ सेफ्टी, अवैध खनन व मानव वन्य जीव संघर्ष को लेकर महकमा अलर्ट

-दून के 8 रेंजों में दिन-रात जुटी हैं फॉरेस्ट महकमे की टीमें

देहरादून, दून फॉरेस्ट डिविजन तक तहत मौजूद 8 रेंज में हाईअलर्ट जारी है। सुबह से लेकर शाम और रात तक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कार्मिक पैनी नजर बनाए हुए हैं। बाकायदा कार्मिक करीब 25 किलोमीटर की पैदल सफर के टागरेट को भी पूरा कर रहे हैं। जिससे वन क्षेत्रों में किसी प्रकार के अवैध खनन, वाइल्ड लाइफ का शिकार व मानव वन्य जीव संघर्ष के मामले सामने न आएं। यही वजह है कि रोजाना महकमे को सफलता भी हासिल हो रही है। अवैध खनन के कई ट्रैक्टर ट्रॉलियां पकड़ी जा चुकी हैं। जबकि किन इलाकों में शिकारियों का मूवमेंट हो रहे हैं, जानकारियां भी हासिल हुई हैं।

रोजाना तलब हो रही रिपोर्ट

दून फॉरेस्ट डिविजन में डीएफओ ने मानसून को देखते हुए सभी 8 रेंजों को हाईअलर्ट पर रखा हुआ है। हर रेंज को 25 किलोमीटर के पैदल सफर का भी टारगेट दिया गया है। जिसको लेकर एसडीओ (सब डिविजन ऑफिसरर), रेंज ऑफिसर, वन दरोगा सहित कर्मचारी दिन-रात एक करने में जुटे हुए हैं। दरअसल, बरसात के सीजन में शिकार, अवैध खनन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा बारिश के कारण वाइल्ड लाइफ के मूवमेंट की फुट प्रिंट की भी जानकारी विभाग को मिलने में आसानी होती है। यही वजह है कि इन सभी संभावनाओं को देखते हुए डीएफओ राजीव धीमान की ओर से सभी रेंजों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सभी 8 रेंज दिए गए 25 किलोमीटर के दायरे को पैदल ही कांबिंग के जरिए पूरा कर रहे हैं। यही नहीं इसकी डेली रिपोर्ट डीएफओ तक पहुंचाई जा रही है।

सौंरा सरोली में अवैध खनन पकड़ा

बताया जा रहा है कि इससे मूवमेंट से कई ऐसे इलाके पकड़ में आए हैं। जहां सबसे ज्यादा अवैध खनन के न केवल सुराग मिले हैं, बल्कि अवैध खनन भी पकड़ में आए हैं। दो दिन पहले ही थानों रेंज के तहत दो ट्रैक्टर ट्रॉलियां सौंरा-सरोली में पकड़ी गई। आरओ डा। उदय गौड़ ने जानकारी दी कि ये ट्रॉलियां अवैध खनन के कारण पकड़ी गई। इधर, संडे को लच्छीवाला रेंज के आरओ घनानंद उनियाल ने बताया कि संडे को फॉरेस्ट कर्मचारियों का लच्छीवाला से लेकर जबरखेत बाया रडार से सिमलास, सतीवाला तक 18 किलोमीटर को मूवमेंट रहा। बताया जा रहा है कि इस दौरान कर्मचारियों को अवैध खनन के कई सुराग मिले।

मानव वन्य जीव संघर्ष

डीएफओ राजीव धीमान के अनुसार लंबी दूरी के मानसून गश्त में कई जानकारियां हासिल हुई हैं। आठ रेंज में सबसे ज्यादा अवैध खनन की जानकारियां हासिल हुई हैं और डेढ़ दर्जन से ज्यादा अवैध खनन के मामले पकड़ में आए हैं। इस दौरान मानव वन्य जीव संघर्ष के कारणों की भी जानकारियां मिल पाती हैं। डीएफओ ने बताया कि लॉन्ग डिस्टेंस पेट्रोलिंग आगे भी जारी रहेगी। बरसात में गाडि़यों से पेट्रोलिंग न हो पाने के कारण पैदल पेट्रोलिंग के कारण कई ऐसे इलाकों तक तक भी पहुंच हो पाती है, जहां तक व्हीकल्स से पहुंच पाना संभव नहीं हो पाता है।

Posted By: Inextlive