- शाहजहां गार्डन में हजारों चमगादड़

- स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

आगरा। निपाह वायरस का अलार्म बज चुका है। केरल के बाद कर्नाटक तक बीमारी पहुंच चुकी है। इसकी गंभीरता को समझते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इससे बचने के उपायों पर खास ख्याल रखने की जरूरत है। लोगों को ऐसी जगह जाने से परहेज करना होगा, जहां बड़ी संख्या में चमगादड़ हैं और वहां पेड़ों से गिरे फलों को बिल्कुल भी नहीं खाएं। बता दें कि चमगादड़ से ही निपाह वायरस पनपता है।

प्रभावित एरिया से दूर रहें

ताजमहल के पास शाहजहां गार्डन भी पर्यटकों को लुभाता है। यहां पर तालाब के आसपास 100 से अधिक पेड़ हैं। इनमें हजारों की संख्या में चमगादड़ लटके रहते हैं। ताज टूरिस्ट के अलावा पार्क में स्थानीय लोगों की भी आवाजाही रहती है। ऐसे में केरल में निपाह वायरस के कारण हुई मौत के बाद यहां आने वालों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। हो सके, तो कुछ दिनों तक गार्डन के तालाब के आसपास चमगादड़ प्रभावित एरिया से दूर ही रहे।

पर्यटकों का है आना-जाना

शहर में निपाह वायरस को लेकर ज्यादा गंभीरता दिखाने की जरूरत है। दरअसल, समर वेकेशन में टूरिस्ट ताजमहल घूमने का प्लान कर चुके हैं। इसमें केरल से जुड़े लोगों की संख्या भी अधिक है।

ऐसे पड़ा निपाह नाम

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक निपाह वायरस चमगादड़ से फलों में और फलों से इंसान और जानवरों में हमला करता है। 1998 में पहली बार मलेशिया के कांपुंग सुंगई निपा में इसके मामले सामने आए थे। इसलिए इसे निपाह वायरस नाम दिया गया। बांग्लादेश में 2007 में वायरस की पुष्टि हो चुकी है।

Posted By: Inextlive