- एनसीटीई ने मांगी सभी बीएड कॉलेजों की डिटेल

- एनसीटीई ने ब्योरा वेबपोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य किया

LUCKNOW: स्टेट के सभी बीएड कॉलेजों का ब्यौरा ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए नेशनल काउंसिल टीचर एजूकेशन एनसीटीई ने देश के सभी शिक्षण संस्थानों के लिए अपना ब्योरा एनसीटीई के वेबपोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य कर दिया है। अगले सेशन तक सभी बीएड कॉलेज एनसीटीई की ई निगरानी प्रणाली में शामिल किए जाएंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी से संबद्ध करीब 50 से अधिक बीएड कॉलेज में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की डिटेल भी देनी होगी।

एनसीटीई के पास नहीं है कॉलेजों की पूरी डिटेल

अभी तक बीएड कॉलेजों का विवरण सिर्फ यूनिवर्सिटी के पास ही रहता है। छात्रों को कॉलेज के बारे में कोई जानकारी ही नहीं होती है। इसकी वजह से काउंसिलिंग के बाद स्टूडेंट्स जानकारी के अभाव में किसी भी कॉलेज में प्रवेश ले लेते थे। छात्रों और कॉलेजों के बीच पारदर्शिता दिखाने के लिए एनसीटीई ने नई शिक्षा प्रणाली बनाई है। इसके तहत शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान में कार्यरत चर्चित शिक्षक को एक विशेष नंबर मिलेगा। जिससे उसकी पहचान हो सकेगी। नए सॉफ्टवेयर में योग्य प्रवक्ता और प्राचार्य की सूची अपलोड होगी। एनसीटीई ने देश के सभी बीएड कॉलेजों को तत्काल अपने डिटेल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

एलयू के पास अभी तक नहीं है सीटों का ब्यौरा

एनसीटीई की ओर से पिछले साल से ही बीएड कोर्स को एक साल से बढ़ाकर दो साल कर दिया था। जिसके तहत 100 सीटों वाले कॉलेजों को 50-50 सीटों के दो सेक्शन में तब्दील करने के साथ इन कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की संख्या में बढ़ोत्तरी कर दी थी। इसके लिए एनसीटीई ने पिछले साल अक्टूबर तक सभी कॉलेजों को जरूरी मानक पूरे करने के लिए समय दिया था। लेकिन अभी तक कॉलेजों की ओर से मानक पूरे कर रिपोर्ट एनसीटीई को नहीं भेजी गई है। आलम यह है कि प्रदेश में बीएड के लिए एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन, अभी तक बीएड एंट्रेंस एग्जाम करा रही लखनऊ यूनिवर्सिटी के पास स्टेट के यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध बीएड कॉलेजों में मौजूद सीटों का ब्यौरा तक नहीं है। ऐसी स्थिति में काउंसिलिंग के समय स्टूडेंट्स को काफी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है।

एनसीटीई ने अच्छी पहल की है, छात्रों को हर कॉलेज के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए, कई कॉलेज गलत विवरण पेश करके धोखा करते हैं।

- प्रो। वाई के शर्मा, कोऑर्डिनेटर, बीएड-2016

Posted By: Inextlive