- लोकल लेवल पर टूर्नामेंट हो तो फुटबॉल का बढ़ेगा क्रेज

- 17 साल बाद हो रहा जननायक कर्पूरी ठाकुर फुटबॉल टूर्नामेंट, फ‌र्स्ट डे से ही कम दिखे ऑडियंस

PATN : पटना सहित पूरे बिहार में दिन-प्रतिदिन फुटबॉल का क्रेज काफी कम होते जा रहा है। इसका मेन रीजन प्लेयर्स को सही मायने में नहीं मिलने वाली फैसिलिटी है। यह कहना है शहर के एक्स प्लेयर और पूर्व रेफरी रह चुके विजय कुमार सिन्हा का। आईनेक्स्ट टीम ने जब मोईनुलहक स्टेडियम में ऑर्गनाइज जननायक कर्पूरी ठाकुर ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट के बारे में शहर के एक्स फुटबॉल प्लेयर्स से बात की तो कुछ चौकाने वालीं बातें सामने आई। अधिकतर प्लेयर्स का कहना है कि कला संस्कृति एवं युवा विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की ओर से ऑर्गनाइज इस टूर्नामेंट का आयोजन ऑल इंडिया लेवल पर किया जा रहा है। इससे बिहार के फुटबाल प्लेयर्स को उतना प्रमोशन नहीं मिलेगा जितना ख्भ् साल पहले मिलता था।

नहीं है सीनियर लेवल की टीम

एक्स फुटबॉलर एवं रणजी ट्राफी के विनर अशोक तलापाटरा का कहना है कि इन दिनों बिहार में सीनियर लेवल पर फुटबॉल प्लेयर्स की काफी कमी है। वैसे में अगर खेल प्राधिकरण लोकल लेवल पर टूर्नामेंट कराती तो बिहार के प्लेयर्स को काफी संख्या में खेलने को मौका मिलता और इससे फुटबॉल गेम भी प्रमोट होता है।

बिहार की बस एक टीम

जननायक कूर्परी ठाकुर ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन क्7 साल बाद किया जा रहा है। बिहार में खेल प्राधिकरण फुटबॉल गेम के प्रति कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि क्ख् टीम में बिहार की सिर्फ एक टीम को खेलने का मौका मिला है। जबकि कोलकाता से फ् टीम खेल रही है।

फ‌र्स्ट डे ही गायब रहे ऑडियंस

शहर में ऐसे कम ही टूर्नामेंट होते हैं जिसके पहले ही दिन दर्शक गायब रहते हैं। जननायक कर्पूरी ठाकुर टूर्नामेंट में करीब भ्0 लाख रुपए खर्च हुए हैं लेकिन बाहरी दर्शकों की संख्या भ्0 भी नहीं दिखी।

Posted By: Inextlive