गैंग रजिस्टर्ड करने के लिए पुलिस ने शुरू कर दी कागजी कार्रवाई

एक क्लिक पर डीसीआरबी में खुल जाएगा बदमाश का डाटा

अन्य प्रदेशों में भी गैंग रजिस्टर्ड करने की तैयारी में है पुलिस

Meerut। शरद गोस्वामी के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने कई गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम कर लिया है। वहीं शरद गोस्वामी और उसके अन्य साथियों को गैंग रजिस्टर्ड करने की तैयारी है। इसके लिए कंकरखेड़ा पुलिस और एसआईटी टीम ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। शरद गोस्वामी का गैंग दूसरे राज्यों में भी रजिस्टर्ड करने के लिए मेरठ पुलिस पैरवी करेगी।

कई राज्यों से जुड़े है तार

शरद गोस्वामी के तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में वहां भी शरद गोस्वामी का गैंग रजिस्टर्ड कराने के लिए पुलिस वहां के एसएसपी और अन्य अधिकारियों से पत्राचार करने की भी तैयारी कर रही है। शरद गोस्वामी का पूरा जाल पांच साल में कई राज्यों से लेकर विदेशों तक पहुंचा हुआ था, इन सब बिंदुओं को गैंग रजिस्टर्ड करते समय पुलिस पूरी डिटेल शामिल करेगी। आरोपी के सभी साथियों के नाम भी गैंग रजिस्टर्ड करते समय शामिल किए जाएंगे।

क्या होगा फायदा

गैंग रजिस्टर्ड होने से बदमाश की प्रोफाइल पता करने में काफी आसानी हो जाती है। गैंग रजिस्टर्ड करते समय मुख्य आरोपी का नाम समेत उसके साथियों का नाम भी दर्ज किया जाता है। जब भी बाहर की पुलिस आती है तो वह इसका डाटा डीसीआरबी से जुटा सकती है। गैंग रजिस्टर्ड होने से जब भी कोई इस तरह की बड़ी घटना होगी तो इनके बारे में डीसीआरबी से जानकारी करके इनसे पूछताछ करने में आसानी होती है।

शरद गोस्वामी के बारे में पूरी जानकारी की जा रही है कि इसके खिलाफ कहां-कहां कौन-कौन धाराओं में मुकदमा कायम है। इसके बाद इसका गैंग रजिस्टर्ड कराया जाएगा।

अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी

शरद के साथ कई राज्यों में जाएगी मेरठ पुलिस

शरद गोस्वामी से रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ करनी शुरू कर दी है। शरद ने पहले दिन पुलिस को इधर-उधर की बात कर घुमाने की खूब कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्ती से अलग-अलग टीम ने पूछताछ की तो उसने वह बात दोहराई, जिसको वह पहले बता चुका है। अब शरद गोस्वामी को लेकर पुलिस दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक, तामिलनाडू, आंध्र प्रदेश, मुंबई समेत कई जगह पर ले जाकर पूछताछ करेगी। पुलिस ने आरोपी के अन्य साथियों के बारे में भी पूछताछ की। यही नहीं साक्ष्य जुटाने के बाद विदेशों में भी संपर्क किया जाएगा।

साथियों से भी पूछताछ

शरद से उसके साथियों के बारे में भी गहनता के साथ पूछताछ की गई। शरद से उसके फरार साथियों के ठिकाने पूछे गए, लेकिन वह छिपाता रहा लेकिन बाद में उसने कुछ साथियों के ठिकाने बताने शुरू किए। मेरठ में उससे कौन-कौन सफेदपोश जुड़े थे, तीन पुलिसकर्मियों के अलावा और कौन पुलिसकर्मी जुड़े थे, इस बारे में भी पूछताछ की गई। पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी आरोपी से की गई लेकिन वह पुलिस को घुमाता रहा।

कहां खपाया पैसा

शरद गोस्वामी ने पिछले पांच साल में कमाए पैसों को कहां-कहां खर्च किया, इसके बारे में भी पूछताछ की गई। आरोपियों के पैसे के बारे में भी जानकारी की जा रही है। मुम्बई में ले जाकर वहां इसके दूसरे शातिर साथी नदीम से भी पूछताछ करने के लिए टीम रवाना होगी।

ताबड़तोड़ दबिशें

गैंग की कमर तोड़ने के लिए फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिशें भी दी गई। पुलिस ने उसके सभी आरोपियों से पूरे मामले की जानकारी कर ली है, जिसको लेकर पुलिस कई जगह ताबड़तोड़ दबिशें भी देने के लिए निकली।

Posted By: Inextlive