महाराष्ट्र कर्नाटक और केरल के तटीय इलाकों में अरब सागर की ओर से चक्रवात बनता दिख रहा है। भारतीय मौसम विभाग आईएमडी ने पूर्वानुमान जताया है कि इसके असर से अगले चार से पांच दिनों में प्रायद्वीपीय भारत बारिश की चपेट में होगा। कुछ इलाकों में भारी बारिश का भी अंदेशा बना हुआ है।


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान बुलेटिन में कहा है कि चक्रवात के कारण तटीय कर्नाटक में 10 से 13 सितंबर के बीच भारी बारिश हो सकती है। यही हाल 10 से 12 सितंबर के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के इलाकों का भी रहेगा। केरल और माही के इलाकों में 10-11 सितंबर, कर्नाटक के कुछ इलाकों में 11 सितंबर को मूसलाधार बारिश के आसार बनते दिख रहे हैं।लो प्रेशर से तटीय इलाकों में होगी बारिशबंगाल की खाड़ी और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में लो प्रेशर बनता दिख रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमानों में कहा है कि ऐसे में ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, विदर्भ और उससे लगे आसपास के इलाकों में 12 सितंबर को बारिश होगी। कुछ इलाकों में भारी मात्रा में भी बरसात हो सकती है।यूपी-बिहार में तूफान के साथ भारी बारिश


आईएमडी के पूर्वानुमानों के मुताबिक, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य प्रदेश, गुजरात, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और कराईकल में अगले 12 घंटों के दौरान आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश के आसान बन रहे हैं। इस दौरान कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ गरज-चमक का भी अंदेशा है।पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज-बौछार

मानसून अपने पश्चिमी छोर पर उत्तर की ओर सामान्य स्थिति में नजर आ रहा है। आईएमडी ने बताया कि पूर्वी छोर पर भी मानसून अपनी सामान्य स्थिति में है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के कारण अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तूफान के साथ बारिश की आशंका है। इससे पूर्वोत्तर के इलाकों में भी गरज के साथ बौछार पड़ सकती है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh