मायूसी मिली किंतु जनहित में सरकार का फैसला स्वीकार है। सोमवार रात करीब 9:30 बजे आनन-फानन में संस्कृति मंत्रालय के देशभर के सभी मॉन्यूमेंट्स को बंद करने का फैसला आगरा पहुंचे टूरिस्ट के लिए निराशाजनक रहा।

आगरा (ब्यूरो)मंगलवार को दोपहर तक ताजमहल समेत विभिन्न मॉन्यूमेंट्स पर टूरिस्ट का आना जारी था। 'बंद' की जानकारी के बाद टूरिस्ट वापस लौट रहे थे वहीं दशहरा घाट से टूरिस्ट ने ताजमहल का दीदार किया। कोरोनावायरस की दहशत से मंगलवार को स्मारकों के इर्दगिर्द कफ्र्यू का अहसास होता रहा। मॉन्यूमेंट्स के आसपास केबाजार बंद रहे तो सड़के खाली पड़ी थीं।

ताजमहल में बंद रहा प्रवेश

संस्कृति मंत्रालय ने कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सोमवार को 31 मार्च तक के लिए देशभर के सभी स्मारक और संग्रहालय बंद करने का निर्णय लिया था। मंगलवार सुबह ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, मरियम टॉम्ब, रामबाग समेत सभी स्मारक नहीं खुले। सोमवार रात आगरा पहुंच चुके देसी-विदेशी पर्यटक सुबह करीब 6:30 बजे ताज पहुंचे तो वहां गेट बंद मिला। यहां आसपास के बाजार भी बंद थे। जबकि आमतौर पर यहां सुबह ताज के खुलने के साथ ही दुकानें व शोरूम खुल जाते हैं। ताज के दीदार की हसरतें पाले पहुंचे पर्यटकों के अरमान अधूरे रह गए। उनके चेहरे पर इसके चलते निराशा के भाव साफ नजर आए। मायूस हो उन्होंने दशहरा घाट और यमुना पार ग्यारह सीढ़ी पार्क का रुख करना पड़ा।

एएसआई ने जारी की सूचना

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्ललाद सिंह पटेल के निर्देश पर एएसआई ने स्मारकों को 17 से 31 मार्च तक बंद करने की घोषणा सोमवार रात कर दी थी। इसका आदेश मंगलवार को कार्यालय खुलने के बाद निदेशक स्मारक-द्वितीय डाॅ. अरविन मंजुल ने जारी किया। स्मारकों में फिल्म शूटिंग, फोटोग्राफी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और निशुल्क प्रवेश की दी गई सभी अनुमति भी निरस्त कर दी गई हैं। वहीं स्मारकों पर दिनभर टूरिस्ट का आवागमन जारी रहा।

वापस लौटे देशी-विदेशी टूरिस्ट

ताजमहल के दीदार के लिए मंगलवार देशी-विदेशी टूरिस्ट स्मारकों की ओर बढ़े तो किंतु प्रवेश पर रोक से निराश हो गए। पूर्वी और पश्चिमी गेट पर टूरिस्ट सुरक्षाकर्मियों से यथास्थिति की जानकारी हासिल करते दिखे। वहीं कुछ विदेशी टूरिस्ट भी मंगलवार ताजमहल देखने पहुंचे। एंबेसी से चाइना का एक डेलीगेशसन ताज की दीदार की हरसत लेकर पहुंचा, ताजमहल बंद होने की जानकारी पर दल शिल्पग्राम में कुछ देर ठहरकर वापस चला गया। आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, आयरलैंड, कनाडा आदि देशों के टूरिस्ट भी ताज के आसपास भटकते रहे। आयरलैंड की एंबेसी में तैनात एक महिला टूरिस्ट को ताजमहल देखने को नहीं मिला तो वो रो पड़ी।

'ताजमहल के दीदार की हसरत लेकर हम आए थे। बंद की जानकारी नहीं मिल सकी। कोरोनवायरस के अटैक के बचाव के लिए सरकार का आदेश स्वीकार है।'

- मीना जैन, टूरिस्ट

'दिल्ली से आगरा के लिए ताज देखने की ललक लेकर रवाना हुई थी। परिवार भी साथ में है। किंतु ताजमहल बंद होने के चलते नहीं देख पाया। सरकार को पहले घोषणा करनी चाहिए थी।'

- रेनू अग्रवाल, टूरिस्ट

'रकोरोनावायरस का कहर विश्व के साथ भारत में भी पैर पसार रहा है। सरकार का फैसला जनहित में है। हालांकि ताज दीदार की हमारी ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी।'

- एसके अग्रवाल, टूरिस्ट

'कोरोनवायरस का प्रकोप देश के हर हिस्से में है। कहीं न कहीं सरकार का यह फैसला जनसामान्य के हित में है। जिसे हम स्वीकार रहे हैं, हालांकि ताज न देख पाने का मलाल है।'

- राजेश गोयल, टूरिस्ट

'संस्कृति मंत्रालय के आदेश के बाद ताजमहल समेत आगरा के सभी मॉन्यमेंट्स को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। सभी मॉन्यूमेंट्स पर सिक्योरिटी की मुस्तैदी पूर्व की तरह ही बरकरार रहेगी।'

- डाॅ. वसंत कुमार स्वर्णकार, अधीक्षण पुरातत्वविद्, आगरा सर्कल

तीसरी बाद बंद हुआ ताज

बता दें कि मंगलवार को तीसरी बार ताजमहल के दरवाजे बंद हुए हैं जबकि आगरा किला एवं अन्य स्मारकों के दरवाजों पर पहली बार ताला लगा है। 1971 में 4 दिसंबर से 18 दिसंबर तक भारत-पाक युद्ध के मद्देनजर ताजमहल बंद किया गया था। जबकि 1978 में यमुना में बाढ़ आने पर ताजमहल की यमुना किनारा बनी कोठरियों में पानी भर गया था। शहरवासी ताज से यमुना में पानी को देखा करते थे। तब ताजमहल को ऐहतियातन 7 दिन के लिए बंद किया गया था।

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Posted By: Agra Desk