उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म मामले में यूपी के राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं और मामले में उनकी त्वरित कार्रवाई इस बात का सबूत है। हाथरस में मामले में एसआईटी जांच के साथ सीबीआई जांच की भी सिफारिश की गई है।


बलिया (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म मामले में चल रही सियासत के बीच रविवार को यूपी के राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि हाथरस की घटना की समयबद्ध और निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सभी संभव कदम उठाए गए हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच का आदेश देने के साथ ही सरकार ने परिवार को वित्तीय सहायता भी प्रदान की है। इतना ही नहीं इस मामले में सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच का आदेश दिया है। सच्चाई सामने आ जाएगी। सरकार द्वारा इसके और बेहतर कुछ नहीं किया जा सकता है।महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं सीएम योगी


वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा, एक नौकरी और शहर में एक घर उपलब्ध कराया है। एसआईटी द्वारा मामले की जांच और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की कार्यवाही का भी आदेश दिया गया है। इसके अलावा राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं और मामले में उनकी त्वरित कार्रवाई इस बात का सबूत है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई द्वारा जांच की सिफारिश की30 सितंबर को सीएम योगी ने हाथरस कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। एसआईटी को सात दिनों में एक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। उन्होंने 3 अक्टूबर को मामले की सीबीआई द्वारा जांच की भी सिफारिश की। 19 वर्षीय युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना के सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

Posted By: Shweta Mishra