नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देने वालों को पाकिस्तान भेजने वाला बयान देकर सुर्खियों में आए भारतीय जनता पार्टी भाजपा के नेता गिरिराज सिंह ने एक और विवादित बयान दिया है.


उन्होंने बोकारो में कहा, "क्या धर्मनिरपेक्षता को पारिभाषित करने के लिए कुछ लोग ही हैं? क्या ये सच नहीं है कि देश में आतंकवादी गतिविधियों में जितने लोग पकड़े जा रहे हैं वे एक समुदाय से जुड़े हैं."उन्होंने कहा, "मैं नहीं कहता कि उस समुदाय के सारे लोग आतंकवादी हैं लेकिन पकड़े जाने वाले सभी लोग एक ही समुदाय से हैं. धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देने वाले लोग इस पर क्यों चुप हो जाते हैं."उल्लेखनीय है कि उन पर झारखंड के देवघर ज़िले में 19 अप्रैल को आयोजित एक चुनावी रैली में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. उन्होंने कहा था कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों को पाकिस्तान जाना पड़ेगा.


 गिरिराज ने साथ ही कहा कि अनुच्छेद 370 पर देश में जनमत संग्रह होना चाहिए. उन्होंने कहा, "छह दशक पहले हमारे संविधान निर्माताओं ने देशहित में, कश्मीर के हित में, आर्थिक उन्नति और सामाजिक समरसता के लिए इसका इस्तेमाल किया था."'दुर्भाग्यपूर्ण'भाजपा नेता ने कहा "लेकिन छह दशक में न तो कश्मीर की आर्थिक उन्नति हो पाई, न सामाजिक समरसता बन पाई जिसके कारण आज भी  कश्मीरी पंडित निर्वासित हैं."

उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि इस पर जनमत संग्रह हो और जनता जो फ़ैसला करे उसे मानना चाहिए. कश्मीर की तरक्की के लिए और देश की एकता के लिए यह ज़रूरी है."कांग्रेस ने गिरिराज सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.  कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, "शायद उन्हें मालूम नहीं है कि जो आतंकवादी पकड़े गए हैं वे एक समुदाय के नहीं हैं. साध्वी प्रज्ञा भी उसमें शामिल हैं."उन्होंने कहा, "इस तरीके से आतंकवादियों को धर्म में बांटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और हम यही कहते आए हैं कि भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता इस देश को बर्बाद कर देना चाहते हैं. उन्हें हर चीज के अंदर धर्म नज़र आता है, फिरकापरस्ती नज़र आती है."

Posted By: Subhesh Sharma