इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में शोर मचाना पड़ा महंगा, 12 स्टूडेंट्स को नोटिस
-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कैंपस में शोर मचाने वाले स्टूडेंट्स के खिलाफ दिखाई सख्ती
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: यूनिवर्सिटी में अगर पढ़ाई करने आए हैं तो सिर्फ पढ़ाई ही करिए। कैंपस में शोर मचाया तो मुश्किल में पड़ सकते हैं। यह चेतावनी हम नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का हालिया कदम दे रहा है। शुक्रवार को एयू के 12 स्टूडेंट्स को नोटिस इश्यू की गई। इसके पीछे वजह बताई गई है, इन स्टूडेंट्स का कैंपस में फालतू घूमना और शोर मचाना। इसके साथ ही इन छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी बात कही गई है। साथ ही स्टूडेंट्स से 26 नवबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। साइंस फैकल्टी में घूम रहे थे स्टूडेंट्सइलाहाबाद यूनिवर्सिटी के साइंस फैकल्टी में कुछ छात्र अनाधिकृत रूप से घूम रहे थे और शोरगुल कर रहे थे। इस दौरान चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। चीफ प्रॉक्टर ने स्टूडेंट्स से पूछताछ की। स्टूडेंट्स इसका सही जवाब नहीं दे सके। इसके बाद चीफ प्रॉक्टर की ओर से कैंपस में शोरगुल मचाने, अनाधिकृत रूप से घूमने के कारण पठन-पाठन का वातावरण बाधित होने को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। चीफ प्रॉक्टर ने इस घटना को यूनिवर्सिटी के नियमों के अनुसार अनुशासनहीनता बताते हुए सभी आरोपी 12 स्टूडेंट्स के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए उनसे 26 नवम्बर की शाम चार से पांच बजे के बीच चीफ प्रॉक्टर आफिस में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है।
ये हैं आरोपी स्टूडेंट्स -शिवम पाल, एमएससी -विकास सिंह, एमएससी -दीपक यादव, बीएससी -शैलेन्द्र यादव, बीएससी -सत्य कुमार पाण्डेय, एमए -जियांघन टुडु, बीए -अखंड प्रताप सिंह, बीए -अमन कुमार, बीए -वैभव सिंह, बीएससी -श्रेयस रत्न सिंह, बीएससी -हर्षित मिश्रा, बीएससी -भूपेन्द्र कुमार गंगवार