8070

अभ्यर्थियों का कुल होना था फिटनेस और डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन।

702

अभ्यर्थी छह जनवरी को परीक्षण से छूट गए थे।

32

अभ्यर्थी 702 में से छह जनवरी को परीक्षण के लिए पहुंचे।

16

अभ्यर्थी फिटनेस और डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन में सफल हुए।

15

अभ्यर्थी परीक्षा से लेकर अब तक फ्रॉड में पकड़े जा चुके हैं

01

अभ्यर्थी की हाइट कम होने की वजह से इस परीक्षण फेल हो गया

-पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में फ्रॉड करने वाले पंद्रह मुन्ना भाई गिरफ्तार

-रिटेन में दूसरे को बैठाने में सफल, लेकिन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन व फिटनेस टेस्ट में खुली पोल

PRAYAGARJ: खाकी की तमन्ना लेकर पुलिस जिम्नेजियम हॉल पहुंचे 15 अभ्यर्थियों के अरमां खाक हो गए। छह जनवरी को फिटनेस टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान इन सभी 'मुन्नाभाइयों' की पोल खुल गई। रिटेन एग्जाम के दौरान बायोमीट्रिक मशीन में लगाई गई फिंगर और फोटो मैच नहीं हुआ। यह देख अफसर अलर्ट हो गए। उन्हें यह यकीन हो गया कि रिटेन में इनकी जगह कोई दूसरा बैठा था। कड़ाई से छानबीन और पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई। सभी ने खुद कबूल लिया कि रिटेन एग्जाम में उनकी जगह कोई दूसरा बैठा था। इसके बाद इन सभी को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज दिया।

पकड़े गए तो खुद कबूले गुनाह

पुलिस लाइंस जिम्मेजियम हॉल से छह जनवरी को मुन्ना भाइयों की गिरफ्तार का एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र और एएसपी अनिल कुमार यादव ने खुलासा किया। अफसरों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा जनवरी 2019 में आरक्षी पुलिस एवं आरक्षी प्रादेशिक आ‌र्म्ड कांस्टेबुलरी पुलिस भर्ती 2018 की लिखित परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा के लिए प्रयागराज सहित अलग-अलग जिले में सेंटर्स बनाए गए थे। लिखित परीक्षा के वक्त सेंटर्स पर बायोमीट्रिक मशीन में अभ्यर्थियों के फिंगर प्रिंट एवं चेहरे की तस्वीर ली गई थी। परीक्षा पास करने वाले आठ हजार 70 अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिजिकल टेस्ट किया जाना था। टेस्ट के दौरान किन्हीं वजहों से 734 लोग छूट गए थे। छूटे कैंडिडेट्स छह जनवरी को बुलाया गया था। पुलिस लाइंस के जिम्नेजियम हॉल में 734 अभ्यर्थियों में 32 अभ्यर्थी छह जनवरी को आए थे। परीक्षा में 16 अभ्यर्थी पास हुए। हाइट कम होने की वजह से एक फेल हो गया। जबकि शेष 15 अभ्यर्थियों का फिंगर प्रिंट एवं चेहरे बायोमीट्रिक मशीन में मैच नहीं हुए। ऐसे में इन सभी 15 अभ्यर्थियों के फर्जी होने का शक हुआ। पूछताछ में सभी ने गुनाह कबूल कर लिया।

ऐसे बुना था फ्रॉड का ताना-बाना

-पकड़े गए 15 अभ्यर्थियों ने बताया कि लिखित परीक्षा में उन्होंने दूसरे शख्स को बैठाया था।

-फार्म भरते समय ही फोटो को कम्प्यूटर से उनकी फोटो मैच करवा दी थी।

-एडमिट कार्ड में मैच कराई गई फोटो ही लगी हुई थी, जिससे सेंटर पर परीक्षा के वक्त वह पकड़े नहीं गए।

-रिटेन के वक्त सेंटर पर उन्हीं फर्जी लोगों ने कैंडिडेट्स ने अपने फिंगर और चेहरे की फोटो खिंचवाई थी।

-यही वजह है कि अभिलेखीय व शारीरिक मानक परीक्षण में जब असली अभ्यर्थी पहुंचे तो मशीन पर फिंगर और चेहरा मैच नहीं हुआ

अब परीक्षा में बैठे 15 लोगों की तलाश

पकड़े गए मुन्ना भाइयों की जगह लिखित परीक्षा देने वाले उन पंद्रह शातिरों की तलाश में अब पुलिस जुट गई है। पुलिस के मुताबिक सभी परीक्षा में सॉल्वर बैठाने वाले गए गैंग के टच में थे। गैंग का सरगना तीन से चार लाख रुपये लेकर उनकी जगह अपने गुर्गो को बैठा दिया था। माना जा रहा है कि जल्द ही इस गैंग का सरगना वह वे सभी गुर्गे भी पकड़े जाएंगे जो अभ्यर्थियों की जगह इस परीक्षा में बैठ थे।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्त

नाम जनपद

अर्जुन सरोज प्रयागराज

सचिन कुमार सरोज प्रतापगढ़

आशीष प्रतापगढ़

ज्ञानचंद्र सरोज प्रयागराज

सुजीत कुमार प्रतापगढ़

संतोष कुमार प्रयागराज

संतोष कुमार द्वितीय प्रतापगढ़

राकेश कुमार प्रयागराज

अमित कुमार प्रयागराज

मनोज कुमार भारतीया प्रयागराज

सुनील कुमार प्रतापगढ़

अजय कुमार प्रयागराज

मानिक चंद्र प्रयागराज

रमेश कुमार प्रतापगढ़

धर्मराज प्रयागराज

Posted By: Inextlive