-सेना की नौकरी छोड़ने डरपोक विजय कुमार राय जिले में करता था दादागीरी

-जैद का अपहरण कर देवरिया जेल में ले जाने वालों के साथ था शामिल

PRAYAGRAJ: देवरिया जेल कांड में शामिल पचीस हजार के इनामी शातिर विजय कुमार राय को एसटीएफ ने गुरुवार रात दबोच लिया। एसटीएफ और पुलिस को कई माह से इसकी तलाश थी। वह पोंगहट पुल के पास किसी से मिलने के लिए आया हुआ था। इसकी खबर एसटीएफ को लग गई थी। गिरफ्तार शातिर के पास से टीम को एक मोबाइल और आधार कार्ड एवं चार हजार 340 रुपए मिले हैं। वह धूमनगंज एरिया के विष्णुपुरी कॉलोनी निवासी श्रीकांत राय का बेटा है।

पचीस हजार रुपये का था इनाम

एसटीएफ को पूछताछ में विजय ने कई अहम व चौंकाने वाली जानकारियां दीं। बताया कि 2005 में वह आरक्षी के पद पर सेना में भर्ती हुआ था। मगर सेना के कार्यो को देखकर वह सहम गया। 2011 में नौकरी से इस्तीफा देकर घर आ गया। जनवरी 2018 में उसकी मुलाकात अतीक गैंग के मास्टर माइंड सद्दाम निवासी मरियाडीह से हुई। विश्वास जमने के बाद वह सद्दाम के सहयोग से अतीक गैंग का हिस्सा बन गया। इसके बाद दोनों ने मिलकर जमीन खरीदने व बेचने का काम शुरू कर दिया। बिक्री में लाभ का दो प्रतिशत उसे हिस्सा मिला करता था। इस साल वह सद्दाम के साथ देवरिया जेल में रहे पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद से मिलने गया। अतीक के इशारे पर 2019 में पोंगहट पुल बम्हरौली निवासी मो। जैद खालिद को इमरान, सद्दाम, मो.अहमदआदि के मिलकर अपहरण कर देवरिया जेल ले जाया गया। जेल में अतीक व उसके गुर्गो के द्वारा जैद के साथ मारपीट की गई थी। डर से बाहर आने के बाद जैद ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाया था। तभी से फरार होने के कारण पुलिस द्वारा उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ के अफसरों ने उसे गिरफ्तार करने वाली टीम निरीक्षक अतुल कुमार सिंह, केशव चंद्र राय, उप निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, आरक्षी अजय यादव, रोहित सिंह को लगाया था।

Posted By: Inextlive