इंफॉर्मेशन के साथ ऑथेंटिफिकेशन भी जरूरी
-आईआईआईटी में तीन दिवसीय सूचना और सूचना संचार पर इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: आईआईआईटी में शुक्रवार से भारत सरकार के पांचों ट्रिपलआईटी के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय इंटरनेशन सेमिनार का आगाज हुआ। इस मौके पर उद्घाटन करते हुए डायरेक्टर ट्रिपलआईटी प्रयागराज प्रो। पी नागभूषण ने कहा कि सूचना संचार प्रौद्योगिकी का क्षेत्र सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) से अधिक व्यापक हो गया है। इसलिए अब हमें सूचना के युग में इसकी प्रामाणिकता के लिए एक प्रज्ञावान तंत्र को विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि सूचना के इस विस्तारित जाल में हमें सूचनाओं की प्रमाणिकता पर कार्य करना होगा। इसके लिए नयी टेक्नोलॉजी डेवलप करनी होगी। उन्होंने कहा कि क्वॉलिटी रिसर्च न होने से टेक्नोलॉजी डेवलप नहीं हो पा रही है। दो दशक से सूचना में हुआ व्यापक विस्तारएमएनएनआईटी के निदेशक प्रो राजीव त्रिपाठी ने कहा कि पिछले दो दशक में सूचना का व्यापक विस्तार हो गया है। अब कोई भी सूचना कुछ सेकंड के भीतर किसी भी व्यक्ति तक पहुंच जाती है। उन्होंने कहा की दोनों संस्थान ट्रिपलआईटी इलाहाबाद एवं एमएनएनआईटी मिलकर अगले 25 साल में इलाहाबाद को पुणे, हैदराबाद, बैंगलोर जैसा आईटी सेंटर के रूप एस्टाब्शिन करने के लिए आगे आना होगा। मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज, गोरखपुर के निदेशक प्रो एसएन सिंह ने कहा कि आर्थिक विकास और व्यवसाय विकास के लिए आईसीटी का महत्व बढ़ता जा रहा है। ट्रिपल आईटी- कांचीपुरम से आए प्रो एस पांडियन ने कहा कि आई सी टी देश में नौकरियों के सृजन का रास्ता खोल सकता है। ट्रिपल आईटी-ग्वालियर से आये प्रो आदित्य त्रिवेदी ने बताया कि इस तरह के संयुक्त सम्मेलन की भूमिका कैसे बनी। अगला चौथा सम्मेलन दिसंबर 2020 में ट्रिपल आई टी-कांचीपुरम में होगा। इस मौके पर डॉ रजत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सेमिनार में डॉ गौरव शर्मा, डॉ सतीश कुमार सिंह, प्रोफेसर यूएस तिवारी, डॉ शिरशु वर्मा, प्रो ओपी व्यास, प्रो अनुपम, डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ नीतेश पुरोहित और अन्य उपस्थित थे।