-पहले चरण में शहर को 50 इलेक्ट्रिक बसों का मिलेगा तोहफा

-गवर्नमेंट की मंजूरी के बाद शुरू हो गई कवायद, मिलेगा पॉल्यूशन से छुटकारा

50 ई-बसें मिलेंगी पहले चरण में

04 सब स्टेशन बनाए जाएंगे

03 जगहों पर जगह हुई एक्वॉयर

119 है शहर में सिटी बसों की संख्या

11 बसें जली कंडीशन में पड़ी हैं

01 करोड़ रुपए एक ई-बस की कीमत

180 किमी चलेगी एक बार चार्जिग पर

PRAYAGRAJ: शहर में सफर अब और आसान हो जाएगा। साथ ही सिटी को पॉल्यूशन से भी निजात मिल सकेगी। सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मीटिंग में प्रयागराज में 50 ई-बसों की मंजूरी मिली है। इसके साथ ही सिटी में ई-बसों को दौड़ाने के लिए कवायद तेज हो गई है। इन बसों की चार्जिग के लिए सिटी में चार जगहों पर सब स्टेशन बनाए जाएंगे। ई-बसों के लिए सब स्टेशन बनाने के लिए सेटअप तैयार करने के लिए ग्राउंड लेवल पर काम शुरू हो चुका है।

नैनी में जगह फाइनल

गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट पर काफी समय से काम चल रहा है। यूपी सरकार ने प्रदेश में 11 शहरों में ई-बसें चलाने का प्लान बनाया था। इस पर फाइनली सोमवार को मुहर लग गई। सिटी ई-बसों को चलाने के लिए सब स्टेशन और चार्जिग प्वॉइंट बनाने की योजना पर पहले से ही काम चल रहा है। रोडवेज मुख्य संचालन अधिकारी रजीव आनंद के मुताबिक नैनी एरिया के जहांगीराबाद में जगह फाइनल हो चुकी है। साथ ही तीन अन्य तीन जगहों पर जल्द काम शुरू हो जाएगा। इन सब स्टेशन को बनाने के लिये सेटअप तैयार किया जा रहा हैं। इन सब स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों का दावा है कि सब-स्टेशन बनने के साथ ही सड़कों पर बसें दौड़नी शुरू हो जाएंगी।

खर्चा भी होगा आधा

सिटी में इलेक्ट्रिक बसें आने से कई लेवल पर फायदा होगा। सबसे पहले तो पॉल्यूशन लेवल में कमी आएगी। दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे खर्च में भी कमी आएगी। ई-बसें आवाज भी नहीं करती हैं, ऐसे में नॉयज पॉल्यूशन पर भी कंट्रोल रहेगा। इलेक्ट्रिक बसों को चलाने से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को सबसे अधिक लाभ डीजल की बचत के रूप में होगा। उम्मीद है कि ईधन की बचत से निगम के घाटे में भी कमी आएगी।

यह होगा फायदा

शहर की हवा जहीरीली हो रही है। पिछले कई दिनों में यहां पर भी स्मॉग इफेक्ट देखने को मिला है। इसकी एक बड़ी वजह शहर में दौड़ती डीजल व्हीकल हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए चलने वाली सिटी बसें भी डीजल से ही चलती हैं। ऐसे में जब शहर में ई-बसें आ जाएंगी तो यहां वाहनों के धुएं में कमी आएगी और शहर की हवा भी साफ होगी।

प्रयागराज के लिये लिखापढ़ी में पचास इलेक्ट्रानिक बसें देने की बात कहीं गई है। ई-बस के लिए चार जगह भूमि एक्वॉयर कर ली गई है। नैनी में काम शुरू भी हो चुका है। शहर में चार सब स्टेशन बनाए जाएंगे। यहां पूरा सेटअप बना होगा, जहां इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज किया जाएगा। उम्मीद है कि सब स्टेशन तैयार होने तक ई-बसें आ जाएंगी।

-राजीव आनंद,

मुख्य संचालन अधिकारी

Posted By: Inextlive