मौसम नरम लेकिन डेंगू के तेवर 'गरम'
860 पहुंचा सिटी में डेंगू पेशेंट्स का आंकड़ा
15 डिग्री न्यूनतम के आसपास है इन दिनों तापमान 80 सैंपल मंगलवार को भेजे गए थे जांच के लिए 29 सैंपल में डेंगू की हो गई पुष्टि --------------------- -न्यूनतम तापमान 15 डिग्री के आसपास पहुंचने के बावजूद डेंगू बना हुआ है डेंजरस -दो दर्जन से अधिक मरीजों ने फिर दी हॉस्पिटल में दस्तकPRAYAGRAJ: ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान 15 डिग्री के आसपास बना हुआ है। फिर भी मच्छर हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनका डंक पहले से अधिक घातक होता जा रहा है। इसका एग्जाम्पल है डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या। मंगलवार को एक बार फिर दो दर्जन से अधिक मरीजों ने दस्तक दी, जिससे स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े हो गए। अभी तक सर्दी में डेंगू गायब होने का दिलासा देने वाले अधिकारियों के लिए बढ़ते आंकड़े सिरदर्द से कम नहीं हैं।
लग नहीं रही लगाममंगलवार को मेडिकल कॉलेज की लैब में कुल 80 सैंपल जांच के लिए गए थे, इनमें से 29 सैंपल में डेंगू की पुष्टि की गई। इस तरह से अब शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या 831 से बढ़कर 860 हो गई। जिस तेजी से संख्या बढ़ रही है उससे एक सप्ताह में एक हजार का आंकड़ा पार हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह जिले के लिए नए रिकार्ड से कम नहीं होगा।
एक्सपर्ट्स बोल रहे, मौसम के अनुकूल बन रहे मच्छर तापमान गिरने के बाद डेंगू के केसेज कम होने चाहिए थे। वजह, मौसम में हल्की ठंडक के बाद इसके मच्छर की सक्रियता कम हो जाती है। एंटेमोलॉजी (कीट विज्ञान) की किताबें तो यह बताती है कि 18 डिग्री से कम तापमान में डेंगू का मच्छर एडीज इजिप्ट टिक नहीं सकता। एक्सपर्ट इसकी एकमात्र वजह मान रहे हैं कि मच्छर ने खुद को मौसम के अनुकूल बना लिया है। अब बारिश के बाद दो-चार माह नहीं, बल्कि पूरे साल ही मच्छरों से सावधान रहने की जरूरत है। दीपावली के बाद मच्छरों के कम होने की बात कही जाती थी, जो अब बेकार साबित हो रही है। आप भी रहिए अलर्ट -सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल सुनिश्चित करें। -दिन के वक्त भी मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएं -डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। कहीं भी साफ पानी इकट्ठा न होने दें। -डेंगू पेशेंट्स के बिस्तर पर हमेशा मच्छरदानी लगाए रखें।-किसी भी तरह का लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।
---------- एसपी गंगापार भी डेंगू की चपेट में PRAYAGRAJ: डेंगू का डंक कितना खतरनाक हो चुका है कि इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर के खास लोग भी इससे बच नहीं पा रहे हैं। एसपी गंगापार नरेंद्र कुमार सिंह पिछले कई दिनों से डेंगू की चपेट में हैं। शहर के एक निजी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या कम हो जानी चाहिए थी। हमारी ओर से पूरे प्रयास जारी हैं, लेकिन मच्छरों की संख्या कम नहीं हो रही है। अभी ठंड बढ़ रही है। जल्द ही डेंगू पर लगाम लग जाएगी। -डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ, प्रयागराज