-बिना मास्क और सेनेटाइजर सर्वे करने को मजबूर हैं लेखपाल, रोजगार सेवक और सेक्रेटरी

-लिस्ट तैयार होने के बाद प्रत्येक लाभार्थी के खाते में जाएगा एक हजार रुपए

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लॉकडाउन के दौरान घर पर रहने को मजबूर दिहाड़ी मजदूरों रिक्शा चालकों और गरीबों के खाते में जल्द ही एक हजार रुपए की सहायता राशि पहुंचेगी। सीएम के आदेश के बाद लिस्ट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह वह लोग हैं जो जॉब कार्ड सहित शासन की किसी योजना में रजिस्टर्ड नहीं हैं। फिलहाल इनके पास पेट भरने का कोई सहारा नहीं बचा है। ऐसे लोगों की लिस्ट तेजी से तैयार कराए जाने के आदेश दिए गए हैं। वहीं लिस्ट तैयार करने में लगे कर्मचारियों ने प्रशासन से मास्क और सेनेटाइजर की मांग की है।

ली जा रही आधार और पासबुक डिटेल

-पेंशन पाने वाले, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम विभाग आदि से रजिस्टर्ड मजदूरों को यह सहायता नहीं दी जाएगी।

-ऐसे गरीब या मजदूर जो कहीं रजिस्टर्ड नहीं हैं उनके खाते में एक हजार रुपए देने की घोषणा सीएम योगी आदित्यनाथ ने की है।

-ब्लॉकों में लिस्ट बनाने का काम सेक्रेटरी, रोजगार सेवक और लेखपालों द्वारा किया जा रहा है।

-यह लोग घर-घर जाकर ऐसे लोगों की पासबुक और आधार डिटेल एकत्र कर रहे हैं।

-प्रशासन ने इनको दो से तीन दिन में यह सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने को कहा है।

-यूपी गवर्नमेंट ने चार करोड़ रुपए इस सहायता के लिए प्रयागराज को दिए हैं।

मास्क तक का नहीं है इंतजाम

-गांव में लिस्ट तैयार करने में लगे कर्मचारियों का कहना है कि उनको मास्क और सेनेटाइजर आदि नहीं दिया जा रहा है।

-ऐसे में घर-घर जाकर लोगों की डिटेल लेना खतरनाक हो सकता है। कुछ कर्मचारी अपनी जेब से पैसे खर्च कर मास्क खरीद रहे हैं।

-शहर में कुछ कर्मचारी नेताओं ने मास्क उपलब्ध करा दिए हैं, लेकिन ग्रामीण एरिया में ऐसा नहीं है।

-यही हाल ओलावृष्टि की सूची तैयार करने में लगे कर्मचारियों का है। उन्हें भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए हैं।

फॉर्म भर गया, अब जमा कहां करें

-शहरी एरिया में लिस्ट तैयार कराने में नगर निगम की ओर से लापरवाही बरती जा रही है।

-पार्षदों की शिकायत है कि फॉर्म तो उपलब्ध करा दिए गए लेकिन जमा कराने की व्यवस्था निगम ने नहीं की है।

-लाभार्थी अपने फॉर्म लेकर निगम के चक्कर काट रहे हैं। वहीं कुछ पार्षदों का कहन है कि उनके पास अभी तक फॉर्म ही नहीं पहुंचे हैं।

-ऐसे में बड़ी संख्या में गरीब और मजदूर सूची में नाम दर्ज कराने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं।

मेरे पास ढाई हजार फॉर्म आए थे और इनको बंटवा दिया गया है। लोगों ने शिकायत की है कि निगम में इन फार्म को जमा कराने का प्रॉपर इंतजाम नहीं किया गया है। मैंने भी फोन लगाया तो अधिकारियों ने सही जवाब नहीं दिया।

-आनंद घिल्डियाल, पार्षद, कर्नलगंज

अभी तक लिस्ट को लेकर कोई सूचना नहीं दी गई है। फॉर्म आएगा तो उसे भरवाया जाएगा। मेरे वार्ड में भी बड़ी संख्या में लाभार्थी मौजूद हैं। लेकिन किसी के लिए भी कोई इंतजाम नजर नहीं आ रहा है।

-नितिन यादव, पार्षद, एलनगंज

लेखपालों को लिस्ट तैयार करने के साथ ओलावृष्टि का मुआवजा बांटने का काम भी दिया गया है। इसमें घर-घर जाना पड रहा है। दो दिन में लिस्ट सौंपनी है। प्रशासन हमें मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध करा दे तो बड़ी मेहरबानी होगी।

-राजकुमार सागर, जिलाध्यक्ष लेखपाल संघ

Posted By: Inextlive